महराजगंज रायबरेली
विकासखण्ड क्षेत्र के ज्योना गांव की महिला ग्राम प्रधान शिवानी ने हर घर की पहली जरूरत अन्न को पहली प्राथमिकता दी है। महिला ग्राम प्रधान व उनके प्रतिनिधि उमेश कुमार(कुन्नू) ने गांव के विकास के साथ साथ हर घर को भुखमरी से बचाने एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत लाभ दिलाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया जिसका नतीजा यह रहा कि उन्होने गांव के एक एक पात्र व्यक्तियों को राशन कार्ड दिलाकर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का भरपूर लाभ दिलाया। जिससे कोरोना काल में किसी भी परिवार को भोजन के लिए किसी के आगे हाथ नही फैलाना पड़ा।
बताते चलें कि 5 हजार की आबादी वाले गांव में पहली बार प्रधान बनी शिवानी द्वारा लगभग 500 जरूरतमंदों को राशन कार्ड का लाभ दिलाया गया। जिसमें विधवा महिला, वृद्ध निराश्रित महिलाओं आदि को वरीयता देते हुए उनके भोजन के संकट को जड़ से समाप्त करने का भरपूर प्रयास किया। पूरे कैलाश की 70 वर्षीय शीतलादेई , आलिमगंज की 65 वर्षीय रामपती, उदवत सिंह की 50 वर्षीय रामकुमारी, पूरे स्वयंबर सिंह की रमा देवी, पूनम, रानी, श्याम कुमारी, लक्ष्मी, रामरानी सहित 500 उन परिवारों को अन्त्योदय व पात्र गृहस्थी के कार्ड का लाभ दिलाया जिनको आये दिन राशन न होने के कारण भूखे ही रात गुजारनी पड़ती थी। महिला ग्राम प्रधान के इस प्रयास से जहां अब हर घर में दो जून की रोटी पक रही है वहीं कोरोना काल के संकट के समय भी इन परिवारों को रोटी के लिए किसी के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नही पड़ी। प्रधान प्रतिनिधि क़ी मेहनत का असर रहा क़ी इन परिवारों को प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी द्वारा संचालित गरीब कल्याण अन्न योजना का भी भरपूर लाभ मिला जिससे महिला प्रधान शिवानी एवं प्रतिनिधि उमेश कुमार (कुन्नू) की लोकप्रियता गांव ही ही पूरे क्षेत्र में ख्याति अर्जित कर रही है। प्रधान प्रतिनिधि उमेश कुमार (कुन्नू) ने बताया कि गांव में दर्जनों ऐसे परिवार थे जिनके पास आजादी के बाद से किसी भी प्रकार का राशन कार्ड नही बना था जिससे इन लोगो को परिवार का पेट पालना मुश्किल था, गांव में कोई भी भूखा न रहे इसके लिए हर जरूरतमंद का राशन कार्ड बनवाने के लिए काफी जद्दोजहद तो करनी ही पड़ी परन्तु अब हर घर तक चूल्हा जलने से आत्मिक खुशी एवं संतोष क़ी गहरी अनुभूति होती है।
एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट