महराजगंज रायबरेली
गांव के विकास के लिए प्रतिबद्ध अटरा के युवा ग्राम प्रधान अनूप बाजपेयी ने वोटो की राजनीति को दरकिनार करते हुए गांव के एक दर्जन से अधिक सम्पर्क मार्गो का विवाद सुलझा पक्की सड़क का निर्माण कर पूरे गांव को विकास की कड़ी से जोड़ दिया। ग्राम प्रधान के अथक प्रयासों से पूरी ग्राम सभा में 10 किमी से भी अधिक ऐसी पक्की सड़को का निर्माण कराया गया जिन पर अतिक्रमणकारी अंगद की तरह पैर जमाये हुए थे। इन सम्पर्क मार्गो को नक्शे से निकालकर धरातल पर लाने वाले युवा ग्राम प्रधान की सोहरत पूरे विकास खण्ड में एक मिशाल की तरह देखी जा रही है। गांव को जाने वाली हर सड़क पक्की होने से अब ग्रामीणों का आवागम सुगम हो गया है। जिससें ग्राम सभा की सुरक्षित जमीनों से भी अतिक्रमणकारियों को खदेड़ शासन की मंशा को भी पूरा किया गया।
बताते चलें कि विकास खण्ड के 1500 की आबादी वाले अटरा गांव मे लगातार दूसरी बार प्रधानी कर रहे अनूप बाजपेयी क़े विकास की जिद और आत्मबल के आगे विरोधियों के पसीने छूट गये। जिसका नतीजा यह रहा कि ग्राम सभा के समस्त सम्पर्क मार्गो के निर्माण में रोड़ा बन रहे लोगो को भी घुटने टेकना पड़ा। मालूम हो कि आजादी के बाद से गांव के नक्शे पर दर्ज सड़कों पर अतिक्रमणकारियों द्वारा कब्जा कर रखा गया था कई प्रधान आये और गये परन्तु वोटो की राजनीति के चलते उन सड़को को बनवाना तो दूर उन पर काबिज लोगो को हटाया तक नही जा सका। वहीं मजबूत इरादे और विकास के जुनून के चलते अनूप बाजपेयी ने अतिक्रमण ही नही हटवाया बल्कि इन सड़को का निर्माण भी कराया। गांव में विवादित रहे लोखड़िया से झाम खेड़ा तक 1350 मी0, झाम खेड़ा से ताल तक 1 किमी0, अटरा से राईमऊ जाने वाली सड़क 600 मी0 सहित एक दर्जन सड़कों का अपनी बुद्धिमता और साहस से सारे विवादो को समाप्त करवाते हुए पक्की सड़क का निर्माण कराया जिससे गांव से चारों तरफ सुगमता से आवागमन हो सके। इसके अलावां भी गांवों तक आने वाले हर सम्पर्क मार्ग को दुरूस्त करवाया। इस दौरान प्रधान द्वारा गांव के 16 बीघे चारागाह से अतिक्रमण हटवाकर उसको खाई लगवाकर सुरक्षित कराया गया और चार बीघे ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटवाकर वृक्षारोपण कर हरियाली को भी बनाये रखने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने बताया क़ी अतिक्रमणकारियों से क़ब्जा मुक्त कर संपर्क मार्ग का निर्माण करने क़े साथ साथ प्रधान द्वारा 1500 मी. सीसी, 800 मी.इंटरलॉकिंग का निर्माण भी अपनी निधि से कराया अनूप बाजपेयी ने कहा गांव को विकास से जोड़ने में सड़को की अहम भूमिका होती है सड़क निर्माण होने से जहां गांव में जमीन की कीमत भी दुगनी हुई है वहीं गांव क़े साथ साथ क्षेत्रीय लोगो का आवागमन भी सुलभ हो सका जिससें गांव विकास क़े साथ साथ रोजगार से भी जुड़ सका हैं।
एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट