इस ग्राम प्रधान की क्यों हो रही चारो ओर तारीफ

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महराजगंज रायबरेली
खेतों में पराली न जलाने को लेकर जहां सरकार पूरी तरह सख्त है वहीं विकासखंड में मात्र पुरासी ही ऐसा गांव है जहां किसी अधिकारी को पराली के मामले में कदम तक नही रखना है पड़ा है। पुरासी गांव की महिला प्रधान कृष्णालली पांडेय की सजगता व उनके (देवर) प्रतिनिधि गंगा सागर पाण्डेय की जागरूकता ही है जो पूरे गांव को एक सूत्र में पिरोते हुए शासन के हर निर्देशो का पालन ईमानदारी पूर्वक करतें चले आ रहे है, इसलिए पिछले तीन सालों में क्षेत्र में जहां दर्जनों किसानों पर जुर्माना व प्राथमिकी दर्ज की गयी है वहीं पुरासी गांव में पराली जलाने का एक भी मामला प्रकाश में नही आया है। जिससें पूरे क्षेत्र में पुरासी गांव मिसाल साबित हो रहा।
बताते चलें कि पिछले तीन वर्षो से खेतो में पराली जलाने को लेकर रोक के बावजूद किसानों द्वारा खेतों पराली जलाने के मामले सामने आ रहे है, जिसमें अब तक करीब 23 किसानों पर 58 हजार से अधिक का जुर्माना किया जा चुका है लेकिन पुरासी ग्राम सभा की महिला प्रधान कृष्णालली पाण्डेय एवं प्रतिनिधि गंगासागर पांडेय के दृढ संकल्प एवं नेक इरादों क़े चलते गांव में एक भी किसान द्वारा ना तो पराली जलाई गयी और ना ही किसी प्रकार क़ी प्रशासनिक कार्यवाही हुई जिससें इस गांव क़ी मुखिया एवं किसानो क़े जागरूक होने का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। मालूम हो क़ी बढ़ते वायु प्रदूषण से नाराज कोर्ट प्रदेश सरकार को पराली ना चलाने को लेकर सख्ती बरतने क़े साफ निर्देश दे रखे है जिससें प्रशासनिक अमला पराली जलाने से रोकने को किसान बैठक, पंपलेट, जुर्माना, मुकदमा और ना जाने क्या क्या कर रहा जिस पर पुरासी गांव में 500 बीघे कृषि भूमि एवं 200 किसानो क़े होने क़े बावजूद पराली जलाने का एक भी मामला प्रकाश में ना आने को लेकर तहसील क्षेत्र का आदर्श गांव कहा जा सकता है। बताते चलें कि जब से शासन द्वारा खेतो में पराली जलाने को लेकर रोक लगी है तब से प्रधान प्रतिनिधि गंगासागर पांडेय द्वारा गांव में पराली को एकत्र कर कम्पोजिट खाद के रूप में प्रयोग करने के लिए 5 गड्ढे खुदवाकर सभी किसानों को गड्ढों में पराली एकत्र करने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा । गंगा सागर पाण्डेय ने बताया कि गांव में कुल आबादी 3200 है सभी को पराली जलाने से रोकने के लिए जगह-जगह बैनर पोस्टर लगाकर उन्हे जागरूक किया गया है और गांव के चारों ओर गड्ढों का निर्माण कर किसानो को पराली डालने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। यही नही स्वयं के खेतों के लिए भी एक गढ्ढे का निर्माण करवा रखा है जिससें अन्य किसान भी पूरी तरह सहयोग कर रहे।

अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट

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