उपजिलाधिकारी को राज्यपाल के अनुमोदन पर काम करना विपक्षी को नही आया राश

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सलोन(रायबरेली)-वर्षो पुरानी सड़क के डामरीकरण मामले में प्रसाशन के साथ आंख मिचौली करने वाले चपरासी ने उपजिलाधिकारी का एक ऑडियो वायरल किया है।जिसमे उपजिलाधिकारी पर धमकी देने का आरोप लगाया जा रहा है।जो जनपद में सुर्खियां बटोर रहा है।जानकारी के मुताबिक सलोन विकास क्षेत्र के ग्राम सभा करेमुआ में राज्यपाल के अनुमोदन पर शासन के निर्देश पर लमुई से पूरे कुशल तक खड़ंजा पर ग्रामीण अभियंत्रण संस्था द्दारा डामरीकरण का निर्माण कराया जा रहा है।जिस स्थान से सड़क निकल रही है।सडक के कुछ भाग को नगर पंचायत सलोन के कर्मचारी राम सजीवन यादव अपनी भूमिधरी बताते हुए हाई कोर्ट से स्टे ले रखा था।जिसके बाद सड़क के डामरीकरण का कार्य काफी दिनों से बन्द पड़ा था।उक्त प्रकरण मे उपजिलाधिकारी अशीष सिंह ने राम सजीवन को कई बार बुलावा भेजा था।जिससे विपक्षी द्दारा भूमिधरी भाग के कुछ अंश को निकाल कर सड़क के निर्माण कार्य को पुनः शुरू कराया जा सके।तीन दिन पूर्व रामसजीवन को फोन कर एसडीएम ने कार्यालय बुलाया था।लेकिन अधिकारी द्वारा सुबह से शाम तक कॉल करने के बावजूद विपक्षी अधिकारियों से आंख मिचौली करता रहा।उपजिलाधिकारी आशीष सिह ने बताया कि विपक्षी द्दारा माननीय न्यायालय के स्थगन आदेश की जानकारी देने पर राजस्व टीम द्दारा नाप कराने की बात की जा रही थी।मौके पर कई बार राजस्व टीम गयी।परन्तु विपक्षी मौजूद नही था।जिसके बाद दूरभाष पर जानकारी लेने का बार बार प्रयास किया गया।परन्तु उसके द्दारा फोन रिसीव नही किया जा रहा था।जिसके बाद विपक्षी के प्रति कड़ा रुख अख्तियार किया गया।

प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट

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