मायके पक्ष ने लगाया दहेज प्रताड़ना का आरोप
ढाई साल की मासूम के सर से उठ गया मां का साया
शिवगढ़,रायबरेली– शिवगढ़ थाना क्षेत्र के हिम्मत गढ़ी मजरे खजुरों में उस समय सनसनी फैल गई जब एक नवविवाहिता ने अपनी ही साड़ी के फंदे से लटक कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। घटना देर रात करीब 10 बजे की है। मैके पक्ष ने ससुराली जनों पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक शिवगढ़ थाना क्षेत्र के हिम्मत गढ़ी मजरे खजुरों की रहने वाली 22 वर्षीय रामावती पुत्री स्वर्गीय सहजराम की शादी फरवरी 2018 में कोइली खेड़ा मजरे गूढ़ा निवासी नीरज कुमार पुत्र बृजमोहन पासी के साथ हुई थी। नीरज ने पहली शादी सरैया मजरे अहलादगढ़ से की थी। नीरज रामवती के साथ यह दूसरी शादी की थी। ढाई माह पूर्व रामवती ने मासूम बच्ची को जन्म दिया था। आरोप है कि बीते बृहस्पतिवार को ससुराली जनों ने मृतका से इस ढाई माह की बच्ची को लेकर उसे ससुराल से भगा दिया था। जिसका फैसला आज गूढ़ा में गांव के संभ्रांत नागरिकों के समक्ष होना था। जिसके गम में विवाहिता रामावती ने अपने मायके हिम्मत गढ़ी में छत के छल्ले में अपनी साड़ी के फंदे से लटक कर जीवन लीला समाप्त कर ली। मामले की जानकारी होते ही गांव में सनसनी फैल गई। मृतका की मां जागेश्वरी का रो रो कर बुरा हाल है। मायके पक्ष ने ससुराली जनों पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है मायके पक्ष का आरोप है कि ससुरालीजन रामावती को दहेज के लिए आए दिन प्रताड़ित करते थे। जब डिमांड पूरी नहीं हुई तो बृहस्पतिवार को दहेज की मांग करते हुए मारपीट कर रामावती को घर से भगा दिया।
शिवगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार विद्यार्थी का कहना है कि मायके पक्ष ने दहेज प्रताड़ना का आरोप है। उधर ससुराल पक्ष का आरोप है की मृतका ससुराल से स्वयं भाग कर गई थी। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है जांच पड़ताल के बाद ही मौत के कारणों का सही पता लग पाएगा।
मृतका के मायके पक्ष की है माली हालत
बेटी रामावती के हाथ पीले करने के चंद दिनों बाद ही ब्लड कैंसर से जूझ रहे हैं सहजराम की मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद मृतका की बेवा मां के सामने मृतका की छोटी बहन व भाई वीरेन्द्र के भरण पोषण एवं परिवार की जिम्मेदारियों का निर्वाहन की एक बड़ी चुनौती थी। बेटी की मौत के बाद तो मृतका की मां जागेश्वरी बिल्कुल टूट चुकी है। ऐसी स्थिति में बेटी की मदद कर पाना उसके लिए सम्भव न था।
अनुज मौर्य रिपोर्ट