एक साथ दो शव फांसी पर लटकते देख लोगो की कांपी रूह

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शिवगढ़ (रायबरेली)। शिवगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ढेकवा में गांव के बाहर स्थित एक बाग में नीम के पेड़ से प्रेमी युगल के शव फंदे से लटकते मिलने की खबर से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। जिसकी खबर कुछ ही पलों में पूरे क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गई। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर शिवगढ़ ,बछरावां, महराजगंज सहित थानों की पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। पुलिस ने प्रेमी युगल के शवों को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया है। ग्रामीणों के मुताबिक ढेकवा गांव के रहने वाले रामेश्वर रावत के मंझले बेटे विमलेश (17) और महिपाल रावत की पुत्री आरती (16) का करीब डेढ़ वर्षो से प्रेम प्रसंग चल रहा था। किंतु मृतक विमलेश और आरती एक ही ढेकवा गांव के एक ही मुहल्ले के होने के चलते लोक लज्जा के भय से दोनों की शादी हो पाना इतना आसान न था। बताते हैं कि बृहस्पतिवार को देर रात जब दोनो किशोर और किशोरी घर से गायब हो गए तो परिजनों ने रिश्तेदारी और आस-पास दोनों की तलाश शुरू कर दी।

परिजन रात भर दोनों का पता लगाते रहे किंतु दोनों का कहीं पता नहीं चला। इस दौरान गांव में चर्चा हो रही थी कि दोनों की शादी कर देना ही उचित है। शुक्रवार की सुबह करीब 7 बजे गांव के उत्तर दिशा में स्थित रामदीन यादव की बाग के पास खेत में कटी हुई पिपरमेंट बटोरने के लिए महिला गई तो रामदीन यादव की बाग में नीम के पेड़ में प्लास्टिक की रस्सी के फंदे से लटक रहे प्रेमी युगल के शवों को देखकर उसके होश उड़ गए। महिला ने थोड़ी दूरी पर स्थित पेड़ के नीचे जामुन खा रहे बच्चों से बताया तो बच्चों ने प्रेमी युगल को पहचान लिया और उसकी सूचना ग्रामीणों को दी जिसकी खबर से कुछ ही पलों में घटनास्थल पर लोगों का मजमा लग गया। जिसने भी प्रेमी युगल के फांसी के फंदे से लटकते मिलने की खबर सुनी वह जिस हालत में था उसी हालत में घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ा। सूचना पर आनन-फानन में मय फोर्स के पहुंचे शिवगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार विद्यार्थी ने घटना की जानकारी अपने उच्चाधिकारियों को दी। जिसके बाद घटनास्थल पर शिवगढ़, बछरावां, महराजगंज सहित थानों की पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। शिवगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार विद्यार्थी ने दोनों के शवों को नीचे उतरवाने के लिए परिजनों से बातचीत की किंतु मृतक किशोर का चाचा डाग स्क्वायड टीम को बुलाने की बात को लेकर अड़े रहे। बाद में पहुंचे महराजगंज सीओ आरपी शाही, सलोन सीओ राघवेंद्र चतुर्वेदी, महराजगंज कोतवाल लालचंद सरोज, बछरावां कोतवाल रविंद्र सिंह ने भी मृतक किशोर के चाचा को समझाने बुझाने का काफी प्रयास किया किंतु वह डाग स्क्वायड टीम को बुलाने की बात को ही लेकर अड़ा रहा। तभी घटनास्थल पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक रामनरेश रावत और सीओ आरपी शाही ने मृतक किशोर और किशोरी के पिता से वार्ताकर मामले की बिल्कुल निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया जिसके दोनों के राजी होने पर किशोर और किशोरी के शव को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस मौके पर तहसीलदार विनोद कुमार सिंह, नायब तहसीलदार रामकिशोर, लेखपाल राम सहित अधिकारीगण मौजूद रहे।

गांव पहुंची डाग स्क्वायड टीम ने मृतक किशोर और किशोरी के घर से लेकर घटनास्थल तक बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान मृतक किशोर और किशोरी के परिजन और भारी तादाद में पुलिस बल मौजूद रहा।

ग्रामीणों ने बताया कि सुबह वारदात की खबर सुनकर जब लोग घटनास्थल पर पहुंचे तो घटनास्थल से करीब 20 फुट की दूरी पर खेत में एक की पैड और एक टच मोबाइल पड़ा था। किंतु घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को मोबाइल गायब मिले। लोगों द्वारा कयास लगाया जा रहा है की भीड़ में किसी ने मोबाइल गायब कर दिए होंगे।

मृतक विमलेश के पिता रामेश्वर ढीह ब्लॉक में चकबंदी विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। विमलेश चार भाइयों में दूसरे नंबर का था। विमलेश के बड़े भाई विनय, छोटे भाई विमल,विशाल मां धनपता पिता रामेश्वर का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं मृतका आरती दो भाई और तीन बहनों में चौथे नंबर की थी। आरती के बड़े भाई दीपक, राजकुमार बड़ी बहन रेनू, छोटी बहन बीनू मां रामरानी पिता महिपाल का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना से गांव में मातम छाया हुआ है। हर कोई दबी जुबान में यही कह रहा है कि घरवाले शादी के लिए तैयार हो गए होते तो शायद आज यह दिन ना देखना पड़ता।

अनुज मौर्य/मनीष श्रीवास्तव रिपोर्ट

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