जकार्ता: भारत के लिए 18वें एशियाई खेलों का पहला दिन मिलाजुला रहा. बजरंग पुनिया ने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए पुरुषों की 65 किलोग्राम भारवर्ग फ्री स्टाइल स्पर्धा में गोल्ड अपने नाम किया तो वहीं दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार 74 किलोग्राम भारवर्ग फ्री स्टाइल स्पर्धा के पहले ही दौर में बाहर हो गए. निशानेबाजी में अपूर्वी चंदेला और रवि कुमार ने 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में भारत की झोली में ब्रॉन्ज मेडल डाला, लेकिन युवा निशानेबाज मनु भाकेर तथा उनके जोड़ीदार अभिषेक वर्मा 10 मिटर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में पदक नहीं ला सके.
पवन कुमार ब्रॉन्ज मेडल से चूके
भारत के हिस्से एक और कांस्य पदक आ सकता था, लेकिन पहलवान पवन कुमार पुरुषों की 86 किलोग्राम भारवर्ग फ्री स्टाइल स्पर्धा के ब्रॉन्ज मेडल के मैच में हार गए. वहीं पुरुष तैराक सजन प्रकाश 200 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा के फाइनल में पांचवें और श्रीहरि नटराज पुरुषों की 100 मीटर बैकस्ट्रोक स्पर्धा के फाइनल में सातवें स्थान पर रहकर मेडल से महरूम रह गए. इसी साल राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड जीतने वाले बजरंग ने फाइनल मुकाबले की शानदार शुरुआत की और आते ही टेकडाउन से छह अंक लिए. ताकातानी ने 0-6 से पिछड़ने के बाद हालांकि हार नहीं मानी और बजरंग को बाहर ले जाते हुए दो अंक लिए. पहले राउंड में बजरंग 6-2 की बढ़त के साथ गए.
दूसरे राउंड में ताकातानी ने वापसी के लिए अपना पूरा जोर लगा दिया और स्कोर 6-6 से बराबर कर लिया. यहां से दोनों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी गई. बजरंग ने जापानी खिलाड़ी को पलटते हुए दो अंक लेकर स्कोर 8-6 और फिर 10-6 कर लिया. ताकातानी ने दो अंक लेकर एक बार फिर वापसी की कोशिश की लेकिन बजरंग ने एक और अंक लिया और दूसरे राउंड की समाप्ति तक अपनी तीन अंकों की बढ़त को बनाए रखते हुए सोने का तमगा हासिल किया.
बजरंग ने अपने पहले मुकाबले में उज्बेकिस्तान के सिरोजिद्दीन खासानोव को 13-3 से मात दे क्वार्टर फाइनल का सफर तय किया. क्वार्टर फाइनल में उन्होंने ताजिकिस्तान के फेजेव अब्दुलकासिम को 12-2 से एकतरफा शिकस्त देकर अंतिम-4 में प्रवेश किया जहां मंगोलिया के बाटमगनाई बैटचुलुन को 10-0 से मात दे फाइनल में जगह बनाई और फिर अपना स्वर्ण पदक पक्का किया.
निशानेबाजी में अपूर्वी और रवि ने किया कमाल
वहीं निशानेबाजी में, अपूर्वी और रवि की जोड़ी ने फाइनल में 429.9 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल करते हुए कांस्य पदक पर कब्जा जमाया. भारतीय जोड़ी एक समय रजत पदक की दौड़ में थी, लेकिन मामूली गलतियों से वो कांसा ही हासिल कर पाईं. क्वालिफिकेशन दौर में मनु और अभिषेक ने कुल 759 अंक हासिल किए, लेकिन वो फाइनल में जगह नहीं बना पाईं.
वहीं, श्रेयसी ने महिलाओं की ट्रैप स्पर्धा के पहले क्वालिफिकेशन में अच्छा प्रदर्शन कर 71 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया. इस स्पर्धा में एक अन्य भारतीय महिला निशानेबाज सीमा तोमर ने भी 71 अंक अर्जित किए और चौथे स्थान पर रहीं. मानवजीत संधू ने पुरुष ट्रैप स्पर्धा के पहले क्वालीफिकेशन में कुल 72 का स्कोर कर पहला स्थान हासिल किया. इसी स्पर्धा में एक और भारतीय निशानेबाज लक्ष्य ने पहले क्वालीफिकेशन में 71 का स्कोर किया. वहीं भारतीय महिला हॉकी टीम ने इंडोनेशिया को 8-0 से हराकर एशियाई खेलों का विजयी आगाज किया है. भारत के लिए गुरजीत कौर ने हैट्रिक लगाई. उन्होंने 16वें, 22वें और 57वें मिनट में गोल किए उनके अलावा उदिता दत्त ने छठे, वंदना ने 13वें और 27वें और नवनीत कौर ने 24वें तथा 50वें मिनट में गोल किए.
कबड्डी में मिली टीम को जीत
एशियाई खेलों में हमेशा स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष कबड्डी टीम ने पहले दिन अपने दोनों मैचों में जीत हासिल की. उसने अपने पहले मैच में बांग्लादेश को 50-21 से करारी शिकस्त दी थी और फिर श्रीलंका को 44-28 से परास्त किया. भारतीय महिला वॉलीबाल टीम को ग्रुप बी के अपने पहले मुकाबले में दक्षिण कोरिया के खिलाफ 0-3 की हार झेलनी पड़ी है.
चीन ने ग्रुप-ए के अपने तीसरे मैच में भारतीय महिला हैंडबाल टीम को 36-21 से करारी शिकस्त दे अगले दौर में जाने की संभावनाओं को पूरी तरह से खत्म कर दिया. भारत की यह तीन मैचों में तीसरी हार है. वह बिना किसी अंक के साथ ग्रुप में सबसे नीचे पांचवें स्थान पर है. टेनिस में मिश्रित युगल वर्ग के भारत ने प्री-क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया. द्विज शरण और कामरान थांडी की भारतीय जोड़ी ने अंतिम-32 दौर में फिलिपींस की कापाडोसिया मारियान और लिम एल्बटरे की जोड़ी को एक घंटे और 21 मिनट तक चले मैच में सीधे सेटों में 6-4, 6-4 से मात दी.
वहीं भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने अंतिम-16 दौर के मुकाबले में मालदीव को 3-0 से मात देकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया.