ऊंचाहार (रायबरेली)। शनिवार को उप जिला अधिकारी ऊंचाहार केशव नाथ गुप्ता ने ऊँचाहार रेलवे क्रॉसिंग पर बन रहे ओवरब्रिज का निरीक्षण किया साथ ही व्यापारियों की समस्याओं को सुना बता दें कि मंगलवार को ऊंचाहार के व्यापारियों ने उप जिलाधिकारी से मुलाकात कर अपनी समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा था जिस पर एसडीएम ने जल्द से जल्द न्याय का भरोसा दिया था इसी मामले को संज्ञान में लेते हुए शनिवार को उप जिलाधिकारी ने मौके का निरीक्षण किया साथ ही व्यापारियों की समस्याओं को भी सुना और कहा कि जो भी आप लोगों के सुझाव हो वह सब सुझाव हमें आप लिखित में दें हम आपकी हर समस्या का समाधान करेंगे व्यापार मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र मौर्य ने बताया कि ऊँचाहार रेलवे क्रॉसिंग पर हो रहे निर्माण से व्यापारियों व वहां के निवासियों को अनेक प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है जिस वजह से व्यापार भी बाधित होता है सभी व्यापारी भाइयों का कहना है कि यदि सर्विस रोड व नाली निर्माण में हम व्यापारी गण निवासी गणों के लैट्रिंग टैंक व सीढ़ियां बाधक बनती हैं तो उन्हें तोड़ दिया जाए हम सभी को किसी भी प्रकार की कोई आपत्ति नहीं है साथ ही व्यापारियों ने एसडीएम से कहां की सुझाव स्वरूप कुछ मांगे हैं जिस पर विचार किया जाए व्यापारियों की मांग है कि सर्विस रोड व नाली निर्माण में मकानों व दुकानों को क्षति न पहुंचे, बिजली के खंभों को नाली के पूर्व में सर्विस रोड की ओर लगाए जाएं, पानी सप्लाई पाइपलाइन पड़ने को ध्यान में रखते हुए नाली का निर्माण किया जाए, 11000 लाइन को अंडर ग्राउंड या पुल की दीवार के सहारे किया जाए ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार के हादसे से जानमाल की क्षति न पहुंचे, ओवरब्रिज निर्माण क्षेत्र में उड़ रही धूल के रूप में प्रदूषण से मुक्ति हेतु रोजाना 3 बार पानी का छिड़काव किया जाए, साथ ही हम व्यापारी निवासियों स्कूली बच्चों को रोजाना लग रहे हर घंटे जाम से जूझना न पड़े इससे निजात हेतु लखनऊ से आने वाले भारी वाहनों को रेलवे क्रॉसिंग से थाना ऊंचाहार की तरफ से निकाला जाए व्यापारियों द्वारा एसडीएम को दिए गए सुझावों को लेकर एसडीएम ने कहा कि इस मामले का जल्द से जल्द निस्तारण किया जाएगा किसी भी व्यापारी को समस्या उत्पन्न नहीं होगी वह बेफिक्र होकर अपना व्यापार करें इस मौके पर विनीत कौशल, असगर अली, एजाज अहमद, हरिश्चंद कौशल सहित दर्जनों व्यापारी मौजूद रहे।
अनुज मौर्य /मनोज मौर्य रिपोर्ट