औऱ जब इस परिवार के लिए मसीहा बन गए ये दरोगा

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सलोन,रायबरेली।गर्भ में सात माह का बच्चा और घर जाने की आस लिए एक महिला अपने पति और बच्चे के साथ दिल्ली से पैदल निकल पड़ी।सलोन पहुचने पर कस्बे के दरोगा की नजर गर्भवती महिला पर पड़ी।पीड़ा से कराह रही महिला के दर्द को देखकर दरोगा ने एक ऑटो रुकवाया,ड्राइवर को सौ रुपये दिए,और महिला को घर तक छोड़ने को कहा।मानवता और दरियादिली की ये जिंदादिल मिशाल सलोन नगर के उपनिरिक्षक विवेक त्रिपाठी ने पेश की है।महिला ने बताया कि वो अपने पति और 6 वर्ष के बच्चे के साथ दिल्ली से पैदल कि चली थी।रायबरेली से एक साधन मिला और उसने सलोन बाईपास रोड जानकीपुरम के पास छोड़ दिया था।लेकिन दरोगा जी उनके लिए ऐसे समय किसी देवता से कम नही थे।

प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट

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