रायबरेली। कंचन डिग्री कॉलेज मनेहरू में डीएलएड के द्वारा भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत डीएलएड के अध्ययनरत अभ्यर्थियों ने कालेज परिसर में पेड़ लगाकर की। गोष्ठी की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर की गई। गोष्ठी में डीएलएड प्रशिक्षुओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। नीलम त्रिपाठी ने कहा कि सरदार पटेल ने देश की एकता और अखंडता के लिए जो अविस्मरणीय कार्य किया है। वह इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों से सदैव अंकित रहेगा। आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि विषम परिस्थितियों में भी विचलित न होने की सीख सरदार पटेल के व्यक्तित्व से मिलती है। उन्होंने देश के लिए प्रधानमंत्री का पद त्याग दिया। जूनागढ़ हैदराबाद व जम्मू कश्मीर का भारत में विलय कराने में अंग्रेजों ने भी उनकी असाधारण क्षमता का लोहा माना। उन्होंने बताया कि पटेल के ऐतिहासिक कार्यों के कारण ही उनका जन्मदिन राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान भावना सिंह, श्रीमती सरिता दुबे, उदय भान चैधरी, कंचन मौर्य, गंगा सागर आदि लोग मौजूद रहे।