लालगंज (रायबरेली)। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पूरेतोडि़या मजरे सेमरपहा में किशोरी की फांसी पर लटकने से मौत हो गयी। जब तक मृतका के परिजन घर पहुंचते ननिहाल के लोगों ने उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया। क्षेत्र के हसनापुर गांव निवासी बबलू पासी की पत्नी कलावती अपनी पुत्री ममता के साथ मायके में रहती है। ननिहाल में रहने वाली ममता की गुरूवार रात फांसी पर लटकने से मौत हो गयी। सूचना दिल्ली में रहने वाले उसके पिता बबलू को मिली तो उसने अपने घर हसनापुर में रहने वाले अपने अन्य परिजनों को दी।जब उसके भाईयों की पत्नियां जसोदा, फूलमती , रेखा ,अन्य परिजनों के साथ पूरेतोडि़या गांव पहुंची तो वहां पर पता चला कि ममता का शव लेकर ननिहाल के लोग श्मशान घाट चले गए हैं। इस पर वह सब कोतवाली पहुंची और ममता की मौत पर संदेह प्रकट करते हुए मामले की जांच की गुहार लगायी। लेकिन कोतवाली लालगंज में मौजूद सिपाही इतने गंभीर मामले में रोड़ा बन गए। वह उल्टे महिलाओं को कार्रवाई करने की चेतावनी देकर धमकाने में जुटे रहे। सिपाहियों ने महिलाओं को कोतवाल तक पहुंचने ही नही दिया। जब एक मीडि़याकर्मी ने मामले की सूचना कोतवाल को दी तो वह तत्काल गेंगासो श्मशान घाट पहुंचे लेकिन वहां ममता का शव नही मिल सका। ममता के परिवार के लोगों ने उसकी मौत के कारणों पर शंका जताते हुए कहा कि वह मानसिक रूप से स्वस्थ नही थी। वह फांसी लगाकर आत्महत्या क्यों करेगी। घटना की जानकारी पर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विनोद सिंह ने बताया कि परिजनों द्वारा अभी तहरीर नहीं दी गई पुलिस जांच कर रही।
अनुज मौर्य/सन्दीप फ़िज़ा रिपोर्ट