केरल बाढ़: 357 लोगों की मौत, 10 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया

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एनडीआरएफ ने बारिश और बाढ़ से जूझ रहे केरल के विभिन्न इलाकों से 10 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला है। एनडीआरएफ के अनुसार, यह अब तक का देश का सबसे बड़ा राहत और बचाव अभियान है।

नई दिल्ली: एनडीआरएफ ने बारिश और बाढ़ से जूझ रहे केरल के विभिन्न इलाकों से 10 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला है। एनडीआरएफ के अनुसार, यह अब तक का देश का सबसे बड़ा राहत और बचाव अभियान है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 करोड़ की मदद का एलान किया है। केरल में बारिश और बाढ़ से अब तक 357 लोगों की मौत हो चुकी है।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने बाढ़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 50-50 हजार रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष से मुआवजा देने का ऐलान किया है। यूपी और बिहार समेत बाकी राज्यों ने भी केरल को आर्थिक मदद भेजी है। एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि उसकी कुल 58 टीमें राहत एवं बचाव कार्य के लिए केरल में तैनात की गई हैं। उनमें से 55 टीम वहां काम कर रही हैं जबकि तीन टीम रास्ते में है।

एनडीआरएफ की हर टीम में 35-40 कर्मी हैं

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘2006 में एनडीआरएफ के गठन के बाद से किसी एक राज्य में अब तक की यह सबसे बड़ी तैनाती है और इस तरह यह अब तक का हमारा सबसे बड़ा बचाव  अभियान है। एनडीआरएफ की हर टीम में 35-40 कर्मी हैं इन टीमों ने अब तक 194 लोगों और 12 जानवरों को बचाया है।

10,467 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है

इसके आलावा 10,467 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।” एनडीआरएफ की टीम अभी त्रिचुर (15), पथनमथिट्टा (13), अलापुझा (11), एर्णाकुलम (5), इडुक्की (4), मलापुरम (3) वायनाड (2) और कोझीकोड (2) में काम कर रही हैं। प्रवक्ता ने कहा कि यहां एक नियंत्रण कक्ष दिन-रात हालात पर नज़र रखे है और बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने में लगी अन्य एजेंसियों के साथ संपर्क में है।

मध्य केरल के साथ सड़क और रेल लिंक पूरी तरह से बाधित

आपको बता दें कि केरल इन दिनों भीषण बाढ़ की तबाही झेल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद स्थिति का जायजा लिया। राज्य के बाकी इलाकों की बात करें तो मध्य केरल के साथ सड़क और रेल लिंक पूरी तरह से बाधित है जिसमें एर्नाकुलम जैसा शहर भी शामिल है, जो शेष राज्य से कनेक्टिविटी के तौर पर पूरी तरह अलग हो गया है।

केरल में बारिश और बाढ़ से अब तक 357 लोगों की मौत

केरल में बारिश और बाढ़ से अब तक 357 लोगों की मौत हो चुकी है। सौ साल के सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहे केरल में 44 नदियां उफान पर हैं। राज्य के 39 बांधों में से 35 बांधों पर पानी ओवर फ्लो कर रहा हैं। बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है।

मदद के लिए काम करेगी यूएई

संयुक्त अरब आमीरात (यूएई) ने एक कमेटी बनाई है जो केरल के बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद का काम करेगी। उपराष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मोख्तुम ने ट्विटर पर इस बात की घोषणा भी की है। उन्होंने सभी से केरल के लोगों की मदद करने की अपील की है।

सोशल मीडिया का सहारा 

बाढ़ में फंसे लोग और उनके परिजन सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर मदद की गुहार लगा रहे हैं। एक वॉट्सऐप वीडियो में छह साल के बच्चे के साथ एक जगह पर फंसी हुई महिला मदद की गुहार लगाती नजर आ रही है। वह कह रही है, ‘‘हमारे पास न खाना है और न पीने को पानी। कृपया हमारी मदद करें।’’

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने तबाही को लेकर जताया दुख

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने केरल में भीषण बाढ़ के बाद हुई भारी तबाही को लेकर दुख जताया है। केरल पिछले 100 वर्षों में आई सबसे भयावह बाढ़ का सामना कर रहा है। राज्य में करीब 80 बांधों में पानी का स्तर क्षमता से अधिक होने के बाद उनसे पानी छोड़ना पड़ा है। अभी तक 300 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। 3।14 लाख लोगों को सहायता शिविरों में ले जाया गया है।

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