कैसे अपनी हीं करतूतों में घिरी सलोन पुलिस पढ़े पूरी खबर

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सलोन,रायबरेली।अवैध शराब प्रकरण में निर्दोष महिला को बच्ची के साथ नकली शराब बनाने और उसे बेचने के मामले को लेकर परिजनों में आक्रोश व्याप्त है।पुलिस ने जिन धाराओ में निर्दोष महिला और उसके पति को जेल भेजा है,उसमे से एक भी भी सबूत सलोन पुलिस के पास यह साबित करने के लिए नही है कि दोनों पति पत्नी नकली शराब बनाने और उसे बेचने का काम करते है।क्योकि मंगलवार की रात सीओ सलोन आबकारी निरीक्षक समेत तमाम अधिकारियों ने बीस पेटी विंडीज शराब शील पैक शीशी की घटना का खुलासा किया है।वही पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही अब सन्देह के घेरे में है।घटना क्रम के मुताबिक मुखबिर की सूचना पर आबकारी निरीक्षक देविका शुक्ला,एसडीएम दिव्या ओझा,सीओ इंद्रपाल सिंह और थानाध्यक्ष पंकज त्रिपाठी द्वारा ग्राम सभा किठावा मे कमलेश यादव के घर से बीस पेटी विंडीज कम्पनी की शराब बरामद की गई थी।जिसमे सीओ सलोन द्वारा बयान दिया गया कि मुख्य अभियुक्त कमलेश और उसके दो साथी करिया और फूलचंद फरार है।पुलिस ने बुधवार को उपनिरीक्षक अलाउद्दीन की तहरीर पर आरोपी कमलेश कुमार व आठ पेटी शराब बरामद किये जाने का मुकदमा दर्ज किया गया था।जिसकी विवेचना उपनिरीक्षक विवेक त्रिपाठी को दी गयी।बुधवार को विवेक त्रिपाठी ने आरोपी के घर पर दबिश देने व उसकी निशान देही पर आरोपी की पत्नी शांती देवी व व उसकी दस माह की बेटी आर्या के साथ 12 पेटी शराब बरामद किये जाने का मुकदमा दर्ज किया गया।आखिरकार पुलिस ने आरोपी के घर से पुनः 12 पेटी अवैध शराब बरामद किया तो एसडीएम के नेतृत्व में पकड़ी गयी 20 पेटी अवैध शराब में 12 पेटी शराब कहा गयी।इस बात की चर्चा आज पूरे सलोन क्षेत्र में बनी हुई है।जिसके कारण पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगने लगा है।वही पुलिस ने धारा 420,467,468,471,60(1)के तहत मुकदमा दर्ज कर अपने ही बनाये जाल में उलझी हुई है।कानून के जानकारों का कहना है कि जिन धाराओ में पुलिस ने निर्दोष महिला शांति देवी को जेल भेजा वो पूरी तरह से गलत है।क्योंकि मौके से बीस पेटी शराब विंडीज की शील पैक बार कोड के साथ बरामद किया था।और पुलिस की धारा यह कहती है कि महिला द्वारा धोखाधड़ी के माध्यम से असली रैपर लगाकर उसमे नकली शराब भरकर बेचा जा रहा है।सवाल उठता है कि पुलिस को जब शील पैक सीसी शराब की बरामद हुई तो महिला को गलत धाराओ में फंसाकर जेल क्यो भेजा..?दूसरा सवाल यह है कि बीस पेटी में आठ का मुकदमे में जिक्र करने वाली पुलिस ने 12 पेटी शराब कहा छुपाई है।ऐसे कई चुभते हुए सवाल किठावा गांव में हर किसी के जुबान पर है।

अनुज मौर्य/प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट

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