यूनीसेम फैक्ट्री के दबंग मालिक के चलते नहीं कर पाये निरीक्षण,प्रशासन मौन
रायबरेली। एनजीटी के सदस्य हाई कोर्ट के रिटायर जज डीपी सिंह और पूर्व जिला जज राजेंद्र सिंह ने रायबरेली का दौरा किया और जिला अस्पताल महिला और पुरुष सहित नगर पालिका द्वारा संचालित कूड़ा निस्तारण केंद्र का निरिक्षण किया और जब जज साहब इंडस्ट्रियल एरिया में चल रही सीमेंट फैक्ट्री यूनीसेम का निरीक्षण करने पहुंचे तो फैक्ट्री मालिक की दबंगई के चलते घण्टे भर में ही बैरंग लौट पड़े। पूर्व जज द्वारा फैक्ट्री का निरीक्षण न होने से रायबरेली जिला और पुलिस प्रसाशन पर कई सवाल खड़े हो रहे है क्योंकि जज द्वारा डीएम को सूचना देने के बाद भी कोई भी जिम्मेदार अधिकारी फैक्ट्री का गेट खुलवाने नहीं पंहुचा।
रायबरेली की आबो हवा की तबियत जानने के लिए एनजीटी की दो सदस्यीय टीम ने जिला महिला और पुरुष अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मानको की जमकर अनदेखी नजर आयी जिस पर पूर्व जज ने अस्पताल के जिम्मेदारों को जरुरी निर्देश सहित मरीजों की सेहत से खिलवाड़ न करने की नसीहत दी। इसके साथ टीम ने नगर पालिका द्वारा संचालित कूड़ा निस्तारण केंद्र का भी जायजा लिया जिसकी हालत मानको की धज्जियां उड़ा रही थी। इसके बाद दोनों जज इंडस्ट्रियल एरिया में चल रही यूनिसेम सीमेंट फैक्ट्री का निरिक्षण करने पहुंचे लेकिन सत्ताधारी दल से जुड़े होने के चलते फैक्ट्री मालिक ने गेट नहीं खोला , इस बात की जानकारी रिटायर जज ने डीएम को दी लेकिन रायबरेली का जिला और पुलिस प्रसाशन मौके पर नहीं पंहुचा जिसके चलते जज घंटे भर बाद बैरंग लौट आये। इससे यह बात तो साबित होती है कि जिस फैक्ट्री की न्यायपालिका के न्यायाधीष जांच नहीं कर पाये उसे जिला व पुलिस प्रषासन कैसे हाथ लगा सकता है। जब किसी पूर्व न्यायाधीष की जांच टीम की सूचना के बाद भी प्रशासन ने किसी भी प्रकार की कार्यवाई करना उचित नहीं समझा तो ऐसे प्रषासन से आम जन मानस को क्या उम्मीद होगी। यह मामला उस वक्त और भी गंभीर स्थिति में हो सकता है जब सामान्य लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया षुरू हो चुकी है।जब प्रशासन जांच टीम के कहने पर एक कारखाने का गेट तक खुलनवाने की जहमत नहीं जुटा सके तो निष्पक्ष चुनाव होने पर संषय तो खड़ा ही होता है। क्या एक आम जनमानस की किसी शिकायत पर प्रशासन गौर करेगा इस पर सवाल उठने जायज है। इसके साथ ही चुनावी मुद्दों की चर्चाओं के साथ इस बात की भी चर्चा षुरू हो गई है कि जिस प्रकार हाई कोर्ट के एक रिटायर जज फैक्ट्री का निरीक्षण नहीं कर पाए उससे तो यही लगता है कि इस फैक्ट्री में कुछ न कुछ बड़ी गड़बड़ी है और पूरा जिला प्रसाशन फैक्ट्री मालिक के सामने नतमस्तक है।
अनुज मौर्य रिपोर्ट