जनता के लिए बिजली विभाग बना मौत का विभाग

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हरचंदपुर (रायबरेली)। एक बार फिर हुआ विद्युत विभाग की लापरवाही से हादसा हो गया और एक बेकसूर युवक की जान चली गयी।आखिर कब तक यू ही बेकसूरों को जाने जाती रहेंगी। हर मौत के बाद बिजली विभाग का वही पुराना रवैया होता है, आखिर कब जागेगा नींद से बिजली विभाग।बिजली से होने वाली मौतों का जिम्मेदार कौन है ? ये लोगों के एक लिए सोचनीय विषय बनता जा रहा है। बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों के ऊपर जब मुकदमा पंजीकृत नही होंगे, तब तक इनकी लापरवाही चलती रहेगी और मौतें होती रहेगी। हर मौत पर जिम्मेदार के ऊपर हत्या जैसी धाराओ में मुकदमा पंजीकृत हो, फिर देखे कैसे किसी की मौत होती है।सरकारी बजट का बन्दर बांट व तार जोड़ने के लिए, फाल्ट सही करने के लिए लाइन मैन की 100 से 500 रुपये रिश्वत लेना भी मौत का कारण बन रहा है। जहां कुछ नही मिलता,वहां जाना मुनासिब भी नही समझते है।

हरचंदपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत कठवारा में 11 हजार लाइन के लटकते तारो से ये एक युवक की गई जान चली गयी।वह सुबह 7 बजे के करीब बच्चों को छोड़ने स्कूल की ओर जा रहा था कि रास्ते मे लटकते तार चेहरे में छू जाने से करेंट की चपेट में आ गया,करंट लगने से जमीन में गिर गया, स्थानीय लोगों द्वारा उसे अस्पताल पहुँचाया गया।जहाँ डॉ ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने घटनास्थल पर हो हल्ला मचाते हुए धरने पर जुट गए।तत्काल उपजिलाधिकारी सदर शशांक त्रिपाठी व थानेदार राजकुमार सिंह मय फोर्स पहुँचकर लोगों को समझाया व दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की बात कही है । अब देखना ये हैं कि इस मामले पर दोषियो पर कार्यवाही होती भी हैं या ये भी ठंडे बस्ते में मामला चला जायेगा।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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