जब एक बेटी ने सगे बाप और भाई पर हत्या और बेचने की साजिश का लगाया आरोप

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बछरावां (रायबरेली)। जहां एक तरफ सरकार बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान के बड़े-बड़े नारे लगा रही हैं वहीं दूसरी तरफ बछरावां ब्लॉक के ग्राम उमरपुर पोस्ट ओई की बेटी मालती सिंह उम्र 30 वर्ष पर मां बाप भाइयों के अत्याचार का कहर इस तरह टूटा कि वह पारिवारिक और सामाजिक बंधनों को छोड़कर अपनी जान की सुरक्षा के लिए पुलिस अधीक्षक से लेकर उच्चाधिकारियों तक लिखित शिकायत जरिए रजिस्ट्री भेजकर अपनी जान बचाने की पुरजोर कोशिश कर रही है।मालती सिंह पुत्री देवी बख्श सिंह ने लिखित शिकायत में आरोप लगाया कि मेरे पिता की जमीन नीलामी पर थी तो मैंने अपने जानने पहचानने वालों से और रिश्तेदारों से किसी तरह ढाई लाख रुपया इकट्ठा करके कर्जा समाप्त करवाया। और आज जब लोग मुझसे रुपए मांग रहे तो मैं पिता से और भाइयों से कहती हूं तो वे कहते हैं कि अब रुपया मैं वापस नहीं करूंगा और तुमको घर से बाहर निकलने भी नहीं दूंगा रुपया तुम लेकर आई हो तुम घर से बाहर नहीं जाओगी विरोध करने पर मोबाइल फोन छुड़ाकर जान से मारने का कई बार प्रयास भी किया गया जिसकी शिकायत दिनांक 6 अप्रैल को 100 नंबर डायल करके उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई। उसके बाद थाना बछरावां में मुझे पिता और भाई को थाने लाया गया वहां पर पिता और भाई ने कहा कि अब उत्पीड़न नहीं किया जाएगा। तुम्हारा फोन भी नहीं लिया जाएगा और जो कर्ज तुमने लिया है वह वापस भी किया जाएगा लेकिन थाने से वापस जाने के बाद पीड़िता को प्रतिदिन शारीरिक मानसिक यातनाएं देकर जान से मारने का प्रयास किया जा रहा है ऐसा अपनी लिखित शिकायत में मालती सिंह ने कहा है।इस बारे में जब क्षेत्राधिकारी महाराजगंज से मोबाइल नंबर 9454401515 पर उत्पीड़न के खिलाफ जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो महोदय ने फोन तो उठाया परंतु बिना बात सुने ही फोन काट दिया गया।वहीं आलम तो यह है की जिनके ऊपर सुरक्षा की जिम्मेदारी है वे अधिकारी पीड़िता के उत्पीड़न को अनसुना कर रहे हैं तो कैसे होगी की सुरक्षा यह एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है? क्षेत्र में पारिवारिक जनों द्वारा ही जब बहू बेटियां उत्पीड़ित की जा रही हैं तो वह समाज में अब किस पर भरोसा करेंगी।

अनुज मौर्य/ अनूप कुमार सिंह रिपोर्ट

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