..जब थाना से अचानक अस्पताल पहुँच गई डीएम और फिर हुआ ये

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खीरों (रायबरेली)। जिलाधिकारी नेहा शर्मा पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह कस्बे के सरस्वती इंटर कॉलेज में बालिका जागरूकता अभियान के तहत कार्यक्रम में आए थे शनिवार होने के कारण स्थानीय थाने में समाधान दिवस भी चल रहा था जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने जाकर समाधान दिवस का हाल देखा फरियादियों की संख्या तो कम रही लेकिन जिलाधिकारी के खौफ के कारण लेखपालों की संख्या में कमी नहीं दिखाई दी, डीएम ने थाने पर रखें शिकायत रजिस्टर को देखा जिस पर महिला कांस्टेबल द्वारा फोन नंबर नहीं अंकित रहा जिस पर दोनों अधिकारियों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की और साफ शब्दों में कहा कि हर वादी का नंबर रजिस्टर में अंकित होना चाहिए थाने में तैनात एक सब-इंस्पेक्टर की भी क्लास ली, जिस पर मामला कागज में तो निपटाया जा चुका था लेकिन हकीकत कुछ और रही जिस पर उन्होंने कहा कि टीम बनाकर विवादों को मिटा दें, जिलाधिकारी समाधान दिवस में उपस्थित महिला लेखपाल से भी कार्यों के प्रगति की बारे में पूछा। इसके बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक का काफिला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गया जहां पर मैडम ने एक्स-रे कक्ष में जाकर एक्सरे मशीन देखी वार्डों में जाकर भर्ती मरीजों से पूछताछ की उन्होंने डिलीवरी के बाद मिलने वाले पैसों के बारे में जानकारी ली जेई वार्ड ,इमरजेंसी आदि देखी वही जिलाधिकारी ने अधीक्षक डॉक्टर भावेश सिंह से अस्पताल में तैनात कर्मचारियों की लिस्ट मांगी और उन्होंने साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कहीं।

अनुज मौर्य/धर्मेंद्र भारती रिपोर्ट

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