एकीकृत बागबानी विकास मिशन पर दो दिवसीय किसान मेला व गोष्ठी
रायबरेली। एकीकृत बागबानी विकास मिशन जिला आुधनिक मिशन के अन्तर्गत दो दिवसीय किसान मेला व गोष्ठी का शुभारम्भ फीरोज गांधी डिग्री कालेज के आडिटोरियम में डीएम संजय कुमार खत्री और विधायक राम नरेश रावत द्वारा फीता काटकर व दीप प्रज्ज्वलित कर किया। डीएम ने कहा कि किसान कृषि मेला एवं गोष्ठी की सफलता के लिए उद्यान विभाग, कृषि विभाग तथा प्रदेश कृषि नीति द्वारा बताए गए दिशा-निर्देशों व आधुनिक तरीके से कृषि कर कृषि उपज व उत्पादन बढ़ाकर कृषि व किसान विकास समृद्धि में आगे आए। किसानों के लिए कठिनाई मुश्किलें, बाधाएं आती रहती है। परन्तु वह बाधाओं से विचलित हताश न हो।
उन्होंने कहा कि सरकार की परिकल्पना है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी से अधिक कर समृद्धिशाली व सशक्त बनाना है। अर्थ व्यवस्था में कृषि का रोल है। सरकार द्वारा चलायी जा रही कल्याणकारी, लाभपरक योजनाओं का किसान बढ़-चढकर लाभ लें। किसान व्यवसाय से अधिक कृषि अपनी संस्कृति समझे तथा प्रगतिशील किसान बनने की ओर अग्रसर निरन्तर है। डीएम ने कहा कि जनपद में कृषि विकास और औधोनीकरण की असीम संभावना है। किसान आधुनिक तकनीकी उन्नतिशील बीज, खाद आदि उपयोग कर उपज बढ़ाए तथा किसान कहने और कहलाने मे गर्व महसूस करें। जनपद में वर्षा ठीक है जिन क्षेत्रों में वर्षा कम है वहां शीघ्र ही प्रकृति शीघ्र वर्षा कर किसानों को लाभान्वित करेगा। जिन क्षेत्रों में पानी कम है व शासन द्वारा सिंचाई की दुरस्त व्यवस्था कराये जाने के निर्देश दिये गये है। विधायक रामनरेश रावत ने कहा कि किसान गोष्ठी व मेले से निशुल्क वितरण किये जा रहे आम, अमरूद आदि के पौधे ले कर जाये और अपने घरों, खेतों में वृक्षारोपण कर जनपद को हरा-भरा करने में आगे आये। भगवान के बाद किसान को भी भगवान व अन्नदाता के रूप में जाना जाता है। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा बजट में अधिक प्रतिशत बजट किसानों के विकास के लिए रखा गया है। किसान जागरूक हो तथा अपनी फसल को उपजाकर अपनी आय बढ़ायें। वैज्ञानिक डॉ. एके सिंह व जिला उद्यान अधिकारी एके श्रीवास्तव आदि ने फूलों विशेष कर गेंदे की खेती आदि कृषि विविधिकरण पर जोर देते हुए किसानों से कहा कि वे कृषि वैज्ञानिको द्वारा नित खोज किए जा रही है। आधुनिक खेती कृषि उपकरण यंत्र आदि को भी जाने तथा उसके अनुरूप खेती करें। एडीएम एफआर डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने किसानों ने महत्वपूर्ण सुझावों को सूना। मेले व प्रदर्शनी को जिलाधिकारी ने उद्यान, कृषियंत्र, पशु पालन, भूमि सुधार विभाग व प्रगतिशील किसानों द्वारा तैयार केला, नीबू आदि की स्टाल को देखा। आये किसानों को आम, अमरूद आदि के पेड़ भी दिये गये।