लालगंज (रायबरेली)। रायबरेली रोड पर स्थित ऐहार टोल प्लाजा पर पहुंचकर असलहे के बल पर रंगदारी मांगने वालों के खिलाफ लालगंज पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कर तीन लोगों को जेल भेज दिया है। वहीं अन्य तीन अभियुक्त फरार बताए जाते हैं। प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार रात नौ बजे के करीब रामपुर निहस्था निवासी राघवेंद्र सिंह उर्फ गुड्डू पुत्र हनुमंत बहादुर, सरायकुर्मी मजरे बेहटाकला निवासी दीपांक बाजपेई पुत्र सर्वेश कुमार, दर छोड़ थाना कंधई प्रतापगढ़ निवासी प्रदीप सिंह पुत्र हरिश्चंद्र सिंह, लालगंज निवासी नरेंद्र सिंह, निहस्था निवासी शिवम सिंह, पंडित सिंह आदि सफारी गाड़ी और स्विफ्ट से ऐहार टोल प्लाजा पहुंचा जहां असलहे के बल पर रंगदारी मांगने लगे। वहां मौजूद सुपरवाइजर लइक अहमद निवासी शंकरपुर थाना राजवापुर जिला अमरोहा ने रंगदारी देने में असमर्थता व्यक्त की तो रंगदारी मांगने पहुंचे मुलजिमो में से प्रदीप सिंह ने पिस्टल लहरा कर धमकाया और कहा कि अगर रंगदारी नहीं दोगे तो जान से मार दिया जाएगा। बिना रंगदारी के टोल प्लाजा नहीं चलाने दिया जाएगा। टोल प्लाजा वालों के द्वारा पुलिस को सूचना दिए जाने पर सभी आरोपी अपनी अपनी गाडि़यों से कानपुर रोड की तरफ भाग निकले। सूचना पर पहुंची लालगंज पुलिस ने निहस्था स्थित राजपूत ढाबा पर धावा बोलकर प्रदीप सिंह, दीपांक बाजपेई व राघवेंद्र सिंह को पकड़ लिया। वहीं शिवम सिंह, पंडित सिंह व नरेंद्र सिंह पुलिस को चकमा देकर भाग निकले। पुलिस ने सभी पकड़े गए मुलजिमों के खिलाफ बलवा करने, रंगदारी मांगने, जानलेवा हमला करने सहित सरकारी काम में व्यवधान डालने के बाबत मुकदमा दर्ज कर तीन लोगों को जेल भेज दिया है। प्रदीप सिंह के पास पिस्टल बरामद होने के चलते आर्म्स एक्ट का भी मुकदमा दर्ज हुआ है। राघवेंद्र सिंह और प्रदीप सिंह को लालगंज पुलिस आदतन अपराधी बता रही है। रंगदारी जैसा गंभीर अपराध करने वालों को पकड़ने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक विनोद सिंह सहित कृष्ण सिंह, राजेश सिंह और एसआई नरेश सिंह, सिपाही प्रदीप मिश्रा, रणजीत सिंह आदि लोग शामिल रहे बताए जाते हैं।
अनुज मौर्य रिपोर्ट