डरे नहीं, सहे नहीं का संदेश दिया गया कवच अभियान में

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रायबरेली। डरे नहीं, सहे नहीं का संदेश दिया गया कवच अभियान के समापन पर। प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे बालिका सुरक्षा जागरूकता कवच अभियान 1 जुलाई से 31 जुलाई तक के तहत बालिकाओं को सशक्त व निडर बनाकर उन्हें परिस्थितियों का सामना करने के लिए साहस पैदा करने के उद्देश्य से अभियान चलाया गया। जनपद में इस अभियान की शुरुआत प्रभारी मंत्री के द्वारा की गई और पूरे माह जनपद के सभी विद्यालयों में जिला प्रशासन के माध्यम से बालिकाओं को जागरूक व सशक्त बनाने का अभियान जिलाधिकारी नेहा शर्मा तथा पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में डॉ राजेश कुमार प्रजापति अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व तथा अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह के माध्यम से डॉ चंद्रशेखर मालवीय डीआईओएस तथा पीएन सिंह बी एस ए के सहयोग से प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार अभियान चलाया गया। आज अंतिम दिवस जनपद स्तर पर बालिका सुरक्षा जागरूकता कवच अभियान का समापन शहर के सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में किया गया, जिसमें महिला थाना अध्यक्ष संतोष सिंह ने बालिकाओं को स्वयं तथा दूसरों की सुरक्षा करने के महत्वपूर्ण टिप्स बताएं। उन्होंने कहा कि बालिकाएं डरे नहीं, डटकर मुकाबला करें, अपने साथ होने वाली घटनाओं को अपने परिवारी जनों, गुरुजनों से जरूर शेयर करें। आने वाली सदी बालिकाओं की है। किसी भी क्षेत्र में बालिकाएं कमजोर नहीं है। महिला शक्ति केंद्र की महिला कल्याण अधिकारी शेफाली सिंह, जिला समन्वयक पूजा शुक्ला, सुषमा कश्यप 181 महिला हेल्पलाइन सुगम करता, अंजना सिंह ने सभी बालिकाओं को 181 1090 100 जैसे महत्वपूर्ण मोबाइल नंबरों से परिचित कराया और कहा कि विषम परिस्थितियों में हिम्मत और साहस के साथ मुकाबला कर महिला हेल्पलाइन की मदद लेकर स्वय के साथ साथ दूसरों की भी मदद करें। जनपद स्तर पर इस अभियान में अपनी सक्रिय भागीदारी कर रहे बेसिक शिक्षा विभाग से रिसोर्स पर्सन बालिका शिक्षा एसएस पांडे ने बालिकाओं को पॉवर एंजल के रूप में बताते हुए कहा कि आत्म बल हिम्मत और साहस जज्बा को बनाए रखने के लिए हम भी किसी से कम नहीं, कोई हरा दे दम नहीं, देखना है मेरी उड़ान को तो ऊंचा कर दो आसमान को बेटी पढ़कर भरे उड़ान बढ़कर छू ले आसमान कोमल है कमजोर नहीं, शक्ति का नाम नारी है औरों को जीवन देने वाली मौत भी इनसे हारी है। जैसे स्लोगन के माध्यम से बालिकाओं को समापन अवसर पर जागरूक किया। इसके अलावा विद्यालय की प्रधानाचार्य निधि द्विवेदी ने कहा कि अब बालिकाएं अबला नहीं, सबला है। हर क्षेत्र में अपनी पहचान अपने बलबूते पर बना रही हैं। समापन अवसर पर इस अभियान की सहयोगी बालिकाओं की टीम तथा कॉलेज की प्रधानाचार्य निधि द्विवेदी को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाली बालिकाएं कृति त्रिपाठी, विशाखा, अनुराधा, शुभी दिवेदी, अंशु यादव रही समापन कार्यक्रम का संचालन राखी तथा आभार अपर्णा द्वारा सभी के प्रति व्यक्त किया गया।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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