डलमऊ (रायबरेली)। सरकार गावों के विकास के लिए क्लॉक के जिम्मेदार कर्मचारियों को विकास की जिम्मेदारी देती है ताकि गांव का तेजी से विकास हो सके, जब वही अधिकारी व कर्मचारी अपने सीट पर समय पर नहीं पहुंचते तो गांवों में विकास की रफ्तार कैसे बढ़ सकती है। मामला डलमऊ तहसील क्षेत्र के विकास खंड कार्यालय डलमऊ का है जहां पर जिम्मेदार अधिकारी ही जब उदासीन बने हुए हैं तब कर्मचारी भला कैसे अपने कार्यों के प्रति संजीदा रह सकते हैं। शनिवार की पड़ताल में विकास खंड कार्यालय के खंड शिक्षा अधिकारी से लेकर वरिष्ठ लिपिक भंडार लिपिक व कंप्यूटर ऑपरेटर सहित सभी कर्मचारी नदारद रहे प्रातः काल 10:30 बजे तक सभी कुर्सियां या तो खाली पड़ी रही या कार्यालयों में ताला लटकते रहे, एक भी कर्मचारी मौके पर नहीं मिला। वहीं आने वाले फरियादी अधिकारियों की तलाश में इधर-उधर भटकते नजर आए। प्रदेश सरकार भले ही कर्मचारियों को समय से विकास संबंधी कार्यों को पूरा करने के निर्देश दे रही है किंतु जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के चलते विकास की रफ्तार लगभग थम सी गई है।
अनुज मौर्य/विमल मौर्य रिपोर्ट