रायबरेली (लालगंज) । डॉक्टरों के अभाव में धूल फांक रही मेडिकल मोबाइल वाहन लालगंज सरकारी अस्पताल को नेशनल मेडिकल मोबाइल वाहन मिला क्षेत्रों में जाकर आम जनता को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो उत्तर प्रदेश सरकार भले लाख दावे करें जनता को किसी तरह कि असुविधा नहीं होगी परन्तु गंभीर रोग से पीडि़त मरीज को गांवों में ही चिकित्सीय सुविधाएं मिले इसके लिए सरकार ने नेशनल मेडिकल मोबाइल यूनिट वैन चलाई। लेकिन डॉक्टर के अभाव में वाहन अस्पताल परिसर में खड़ी धूल फांक रही है। जिसके चलते मरीजों का इसका लाभ नही मिल पा रहा है। भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार की संयुक्त पहल पर राष्ट्रीय संचल चिकित्सा इकाई के रूप में नेशनल मेडिकल मोबाइल यूनिट वाहन चलाया मोबाइल वाहन मे आक्सीजन सिलेंडर से लेकर ईसीजी करने व सभी प्रकार की खून जांच को लेकर पैथालाजी बनाई गयी है। जिस समय वैन लालगंज आई थी उस समय उसमें पांच सदस्यी चिकित्सीय टीम मौजूद थी जिसमें चिकित्सक के रूप में डा.एपी सिंह समेत लैब टेक्नीशियन अनुराग श्रीवास्तव, फार्माशिस्ट कृष्णा सिंह यादव, स्टाफ नर्स के रूप में विवेक पांडेय तथा वाहन चालक दिनेश विश्वकर्मा की तैनाती थी। वाहन को प्रतिदिनि क्षेत्रों मे भेजकर शिविर लगाकर मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर मौके पर ही दवाएं वितरित किया जाता था।इसका लाभ कुछ गांवों में मिला सरांय बैरिहाखेड़ा, खजुरगांव, गौरारूपई, चिलौला, अम्बारा, जोगापुर, बरहा, सैम्बसी, कुम्हड़ौरा, महाखेड़ा आदि गांवो में शिविर लगाकर मरीजों का उपचार भी किया गया लेकिन कुछ दिनों बाद ही डॉक्टर का स्थानांतरण हो गया। जिसके अभाव में वाहन अस्पताल परिसर में खड़ी हो गयी। सरकार के मंसूबों पर पानी फेर रही है। इस मामले को लेकर जब सीएचसी अधीक्षक डा. आरके तिवारी से बात हुई तो बताया कि डॉक्टर के कमी को लेकर मोबाइल वाहन खड़ी है।जैसे नये डॉक्टर कि नियुक्ति हो जायेगी पुनः क्षेत्रीय जनता का इसका लाभ मिलने लगेगा।
अनुज मौर्य/सन्दीप फ़िज़ा रिपोर्ट