तहसील मुख्यालय होने के बाद भी नही बन सका बस स्टॉप

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महराजगंज रायबरेली
तहसील मुख्यालय होने के बावजूद महराजगंज में बस स्टाप न होना जहां क्षेत्रवासियों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण हैं वहीं विकास का ढिंढोरा पीटने वाले जनप्रतिनिधियों पर भी प्रश्नचिन्ह है। एक अदद् बस स्टेशन ना होने से जहां जाम की समस्या बनी रहती है। वहीं जाम के कारण आये दिन दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं। यही नही सर्दी गर्मी व बरसात में यात्रियों को खुले आसमान के नीचे ही बसों का इन्तजार करना पड़़ता है।
बताते चलें कि महराजगंज तहसील मुख्यालय पर बस स्टेशन न होने के चलते सरकारी व प्राइवेट बसें सड़क पर ही बसों को रोक सवारियां लेनी पड़ती है। जिससे सवारियों को तो दिक्कत का सामना करना ही पड़ता है सड़कों पर जाम की स्थिति भी बनी रहती है। जाम के कारण आये दिन कोई न कोई दुर्घटना भी घटती रहती है। यही नही बसों के इन्तजार में खड़े यात्रियों से बाजारों में लगी दुकानों पर भी बुरा प्रभाव पड़ने के साथ साथ यात्रियों को सर्दी गर्मी व बरसात का भी सामना करना पड़ता है। वहीं लाकडाउन के पूर्व तत्कालीन उपजिलाधिकारी विनय कुमार सिंह व क्षेत्राधिकारी ने सरकारी बसो हेतु महराजगंज कोतवाली के सामने स्थान चिन्हित किया था। परन्तु उनके जाते ही नतीजा फिर ढाक के तीन पात रहा और एक बार फिर बसे बाजारों में सड़कों पर खड़ी होकर सवारियां भरने लगी। क्षेत्र के व्यापारियों द्वारा सरकारी बसों को बाजार से बाहर सुरक्षित स्थान देने की मांग की गयी है।

एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट

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