रायबरेली। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस को चैतरफा उसके गढ़ में घेरने में जुटे एमएलसी को विधान परिषद के सचिव ने नोटिस देकर सात दिन में जवाब मांगा है। बताया जा रहा है कि एमएलसी को यह नोटिस दल-बदल-विरोधी कानून के तहत दिया गया है। कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह ने दल-बदल-कानून के तहत दिनेश सिंह की सदस्यता समाप्त करने की याचिका विधान परिषद में दाखिल की थी। उसी याचिका के तहत दिनेश प्रताप सिंह को विधान परिषद सचिव द्वारा नोटिस जारी की गई है। विधान परिषद सचिव ने एमएलसी को नोटिस जारी कर सात दिन के भीतर जवाब मांगा है। यहां यह उल्लेखनीय है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद जिले में कई दिन एमएलसी व कांग्रेस पदाधिकारियों के बीच वाक युद्ध चला था। यही नहीं राजकीय इंटर कालेज के मैदान में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में भाजपा का दामन थामने वाले एमएलसी पर दल-बदल-विरोधी कानून के उल्लंघन का आरोप कांग्रेस द्वारा लगाया गया था। प्रेस वार्ताओं के दौरान एमएलसी ने स्पष्ट किया था कि उनके भाजपा में जाने से इस कानून का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। फिलहाल सचिव विधान परिषद द्वारा जारी किए गए नोटिस के बाद एक बार फिर जिले में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं।