धान खरीदे हुए ढाई माह बीते लेकिन नहीं आया किसानों के खाते में पैसा जिम्मेदार आखिर क्यों है मौन

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सरकार का आदेश 72 घण्टे में पैसा किसान के खाते में पहुंचे लेकिन साहब यहां तो 72 दिनो में नहीं आया पैसा

महराजगंज रायबरेली
योगी सरकार ने भले ही धान खरीदे जाने के 72 घण्टे के अंदर किसानों का पैसा उनके खाते में सीधे भेजे जाने का फरमान जारी किया हो, लेकिन यहां तो 72 दिन बीत गये नहीं मिला पैसा। जिससे जिम्मेदारों की शिथिलता के चलते सैकडो किसानों के खाता में रुपया नहीं पहुंचा है। धान की खरीद भी बंद हो चुकी है। किसानों के सामने पारिवारिक खर्च के अलावा शादी ब्याह में खर्च पूरा करने की समस्या है। केंद्र प्रभारी किसानों के खाता में रुपया भेजने का आश्वासन तो देते हैं लेकिन रुपया नहीं पहुंच रहा है। खरीद बंद होने से किसानों की भी केंद्र प्रभारियों से मुलाकात नहीं होती है। फोन करने पर केंद्र प्रभारी खाते में जल्द रुपया भेजने का कोरा भरोसा देते हैं। बात कर रहे है महराजगंज मंडी में खुले खाद्य एंव रसद विभाग के धान खरीद केंद्र की जहाँ पर 4 दिसम्बर 2019 से अब तक सैकड़ों किसानों के धान का पैसा उनके खाते में नहीं पहुचा है जिससे किसानों में योगी सरकार के खिलाफ काफी नाराजगी देखने को मिल रही है। जबकि धान खरीद पंद्रह दिन पहले ही बंद हो चुकी है जिसके कारण किसान कभी बैंक तो कभी धान खरीद केंद्र के चक्कर लगा रहे है लेकिन उन्हें केंद्र पर भी कोई नहीं मिलता जब फोन पर केंद्र प्रभारी से बात की जाती है तो उनका एक ही जवाब मिलता है अभी सरकार के पास पैसा नहीं है जब आएगा तो मिलेगा इससे साफ जाहिर होता है कि केंद्र प्रभारियो द्वारा ऊर्जावान मुख्यमंत्री को बदनाम कर रहे है या फिर योगी सरकार अपने जारी किए हुए 72 घण्टे वाले फरमान को पूरा करने में नाकाम साबित हो रही है। छेत्र के किसान शिव पती, अनिल, रमेश, राम कुमार, दिनेश,सतीश, राम विलास सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि महराजगंज मंडी समिति में खुले खाद्य एंव रसद विभाग के धान खरीद केंद्र में धान बेच दिए थे। ढाई महीना बीतने के बाद भी बैंक खाता में रुपया नहीं आया है। अब क्रय केंद्र भी बंद हो चुका है। केंद्र प्रभारी से फोन से बात होती है और सिर्फ आश्वासन देते देते ढाई माह बीत गये लेकिन अभी किसी के खाते में धान का पैसा नहीं आया है जिससे नाराज किसानों का कहना है जल्द ही समस्या से निजात नहीं मिली तो मंडी परिसर में योगी सरकार के विरोध में सैकड़ों किसान धरना करने को मजबूर होगे।

अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट

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