महराजगंज (रायबरेली)। उपजिलाधिकारी विनय कुमार सिंह क़े इलाहाबाद स्थित आवास पर नौकरी कर रहे क्षेत्र क़े एक नवयुवक की बुधवार शाम करंट लगने से मौत हो गयी । मौत की सूचना लगते ही परिजनो मे कोहराम मच गया । वही देर रात युवक का शव गांव पहुंचने से ग्रामीण एवं क्षेत्रवासी जन घटना से हतप्रद हो गए ।
जानकारी क़े अनुसार उपजिलाधिकारी विनय कुमार सिंह की सुरक्षा मे तैनात पूरे छिटनी मजरे पोखरनी निवासी होमगार्ड शिवकरन यादव ने अपने 22 वर्षीय पुत्र सुनील को 22 दिन पूर्व एसडीएम विनय कुमार सिंह क़े दारागंज थाना क्षेत्र स्थित इलाहाबाद क़े निजी मकान मे नौकरी करने भेजा था ।जहां बुधवार शाम छज्जे से कूड़ा फेकते समय सामने से निकली 11 हजार लाइन की चपेट मे आ गया । लाइन की चपेट मे आते ही युवक की दर्दनाक मौत हो गयी । मौके पर मृतक का पंचनामा कराया गया । घटना की सूचना पर मृतक क़े परिजनो संग पहुंचे एसडीएम द्वारा शव को गांव लाया गया । शव को देख घर वालो की आंखो मे आंसू आ गए । गुरुवार की सुबह गांव वालो की मौजूदगी मे शव की अंत्येष्टि करायी गयी ।
लगभग छः माह पूर्व रायबरेली रोड स्थित राइस मिल मे ब्वायलर फटने से दुर्घटना स्वरूप हुई एक व्यक्ति की मौत पर मौजूदा एसडीएम शालिनी प्रभाकर ने राइस मीलर पर प्रशासनिक दबाव बनाते हुए मुआवजे क़े रूप मे पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए दिलवा कर मदद की थी । उसी प्रकार दुर्घटना क़े पुनरावृत्ति स्वरूप सुनील यादव की मौत मौजूदा एसडीएम विनय कुमार सिंह क़े निजी आवास पर हुई है जिस पर प्रबुद्ध लोगो मे चर्चाओं का बाजार गर्म है एवं कयास लग रहे है की क्या उसी कुर्सी पर विराजमान एसडीएम खुद पर न्याय का वह फार्मूला लागू कर मृतक परिवार की मदद को आगे आएंगे या फिर जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत मामले मे चरितार्थ होगी ।
अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट