लालगंज (रायबरेली)। ‘नीम’ का नाम सुनकर भले कड़वाहट महसूस हो, मगर लालगंज तहसील के चांदा गांव में लगा एक पेड़ लोगों को न सिर्फ मिठास का अहसास करा रहा है, बल्कि तमाम मर्जो की दवा भी बना हुआ है। स्थानीय लोगों का दावा है कि ये पानी पीने से कैंसर जैसे रोग में भी फायदा मिल रहा है। पानी का स्वाद नारियल के पानी जैसा है, रंग भी वही है। पानी लेने के लिए हर रोज यहां लोगों की भीड़ लगी रहती है।
लालगंज तहसील क्षेत्र के चांदा गाँव में एक नीम का पेड़ लगा हुआ है। कुछ दिन पहले इस पेड़ के तने से पानी रिसना शुरू हुआ था। स्थानीय लोगो का ध्यान जब इस ओर गया तो जिज्ञासावश पानी चख लिया। स्थानीय लोगो की मानें तो पानी का स्वाद नारियल के पानी जैसा है। रंग हल्का सफेद है। ये खबर जब आसपास के गांव में फैली तो बताए गए स्थान पर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। हर कोई पेड़ के तने से रिस रहा सफेद पानी देखकर हैरान था। बोतल में पानी भरकर सभी ने एक-एक घूंट पिया तो पानी मीठा लगा। करिश्माई पानी मानकर लोग इसे बोतलों में भरकर ले गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ बीमार लोगों ने भी ये पानी पीया। इनका कहना है कि कुछ दिन पानी पीने से उनकी बीमारी में फायदा मिला है। गुरुवार को भी दर्जनों लोग बोतल लेकर पानी लेने यहां पहुंचे।कई पुराने लोगो ने बताया कि ये पानी पीने से गठिया रोग, कमर का दर्द, सांस की बीमारी और कैंसर जैसे रोग में भी आराम मिलता है। फिलहाल पेड़ से पानी लगातार निकल रहा है।
अनुज मौर्य रिपोर्ट