ऐसा ही कुछ कर दिखाया आकांक्षा ने
रायबरेली । न हो साथ कोई अकेले बढ़ो तुम सफलता तुम्हारे कदम चूम लेगी, ऐसी बुलंदियों को छूने के लिए जज्बा और हिम्मत की जरूरत होती है ।रायबरेली की लाडली आकांक्षा ने जनपद का गौरव बढ़ाते हुए बेटियों को समाज में महत्त्व देने का कार्य करते हुए ऊंचा मुकाम हासिल किया है । जल सेना में एजुकेशन अफसर के रूप में चयनित हुई आकांक्षा ने पूरे भारत में प्रथम श्रेणी में टॉप करते हुए माटी के गौरव को सेल्यूट किया है । जहां एक ओर सेना में जाने से बेटियों के मन में हिचकिचाहट बनी रहती है वही आकांक्षा ने जल सेना में चयनित होकर घर परिवार को भी सम्मानित बुलंदी देने का गौरव हासिल किया। जनपद में आकांक्षा के चयन को लेकर खुशी की लहर है। लोगों का बधाई देने का ताता लगा हुआ है। बताया जाता है कि बीआईटी बेलूर से बीटेक की डिग्री हासिल करने के बाद आईएफबी गोवा में नौकरी कर रही आकांक्षा को लगातार मेहनत का फल मिला और जिसे भारत में पहला स्थान देकर जल सेना में एजुकेशन अफसर से सम्मानित किया गया है। रायबरेली के जगतपुर क्षेत्र केधोबहा गांव निवासी प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष दिनेशबहादुर सिंह केभतीजी के रूप में यहां पैदा हुई आकांक्षा ने कभी हार नहीं मानी और उसके कदम वीर तुम बढ़े चलो धीर तुम बढ़े चलो के पथ पर चल पड़े ।वही पिता रमेश बहादुर सिंह जल सेना में इलेक्ट्रिकल अफसर के रूप में सेवा दे चुके हैं और वर्तमान समय में आईटीआई रायबरेली में अनुदेशक के रूप में कार्यरत है। आकांक्षा के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि वह प्रारंभ से मेधावी छात्रा थी और देश सेवा के प्रति इमानदारी और निष्ठा से कार्य करने का जज्बा उसे सेना में सेवा देने का अवसर प्रदान किया जिससे मैं अभिभूत हूं ।
अनुज मौर्य रिपोर्ट