रायबरेली। कहते है पति-पत्नी का रिश्ता सात जन्मों का होता है। वैवाहिक बंधन के दौरान भी पति-पत्नी साथ जीने-मरने की कसमें भी खाते हैं। रविवार को गुरूबक्षगंज थाना क्षेत्र के दाउदपुर रामनगर में पति की मौत के बाद पत्नी की मौत से अग्नि के सात फेरों के साथ खायी गई निभती दिखी। डलमऊ के गंगा घाट पर जब एक ही चिता पर पति व पत्नी को मुखाग्नि की रश्म पूरी की गईं तो हर किसी की आंखें नम हो गईं। जिले में इंसानी रिश्तों की मजबूती से जुड़ा और बहुत ही इमोशनल मामला सामने आया है। गुरूबक्षगंज थाना क्षेत्र के दाउदपुर रामनगर निवासी 90 वर्षीय कृपाषंकर तिवारी का निधन रविवार की सुबह हो गया था। परिजन उनकी शव यात्रा को लेकर डलमऊ गंगा घाट के लिए जा रहे थे। शव यात्रा अभी लालगंज के निकट ही पहुंची थी पति की मौत के सदमें में 85 वर्षीय पत्नी बिन्दा देवी ने भी दम तोड़ दिया। सूचना के बाद पति की शव यात्रा को वापस लाया गया और पत्नी की भी शव यात्रा को लेकर पुनः परिजन गंगा घाट के लिए रवाना हुए। डलमऊ गंगा घाट पर दोनों की चिताएं एक साथ जली तो वहां मौजूद हर शख्स की आंख नम हो उठी। एक दिन पूर्व ही पत्नी ने अपने पति के लिए करवा चैथ के दिन लम्बी उम्र की कामना की थी। उसके दूसरे दि नही दोनों की अचानक मौत से लोग हतप्रभ और गमजदा हैं। मृतक दम्पत्ति के दामाद जय शंकर त्रिवेदी ने बताया कि दोनों लोगों में बहुत प्रेम था। दोनों लोग एक दूसरे का बहुत ख्याल रखते थे। दोनों का एक साथ निधन दुखदाई है।