रायबरेली-प्रधान के ऑफिस में गुरुवार की रात कहीं खेल खेल में तो नहीं शुभम पासी की जान चली गई हैं। मृतक और युवकों के बीच कोई दुश्मनी की बात फिलहाल उभर कर सामने नहीं आ रही है। सभी आपस में एक दूसरे के हम प्याला हम निवाला दोस्त बताए जा रहे हैं। दुश्मनी जैसी कोई बात नहीं पता चल रही है। होने को खैखर कुछ भी हो सकता है ? मामला पुलिस की जांच का विषय है। हत्याकांड से गांव के लोग भी आवाक हैं।
गढ़ी खास के प्रधान लक्ष्मीकांत के ऑफिस में आज शाम के समय शुभम पासी गांव के युवकों के साथ मौजूद था। चर्चा है कि ऑफिस में दो बंदूक रखी हुई थी। वहां रखी बंदूक उठाकर युवक मोबाइल पर वीडियो शूट करने लगे। रात करीब 8 बजे बंदूक से चली गोली ने शुभम पासी की जीवन लीला समाप्त कर दी। शुभम पासी तीन अन्य युवक प्रधान लक्ष्मीकांत के मित्र थे। वह प्राय: उनके आगे पीछे लगे रहते थे। चारों मित्र प्रधान की गैर मौजूदगी में ऑफिस के अंदर हंसी ठिठोली करने लगे। गोली मारने के पीछे असल वजह कोई रही होगी ? रंजिशन गोली मारने की बात के गले के नीचे नहीं उतर रही है।
घटना के बाबत गांव का कोई भी व्यक्ति खुलकर बोलने से कतरा रहा है। प्रधान के ऑफिस में रखी बंदूक शुभम पासी के लिए आखिरकार काल बन गई। शुभम की अभी शादी नहीं हुई हैं। शुभम की मौत से परिवार गहरे सदमे में है। ऑफिस में रखी दो बंदूकें किसकी है, बंदूकें लाइसेंसी हैं या फिर अवैध है। अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पा रही है।
इंस्पेक्टर बृजेश कुमार राय का कहना है कि ऑफिस में चार युवक मौजूद थे। वहां रखी दो बंदूक उठाकर युवक लहराने लगे। बंदूक से चली गोली शुभम के सिर में लगी है। दो लोगों को हिरासत में लिया गया है
हत्याकांड के बाद पुलिस अमला तुरंत एक्शन में आ गया। अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव स्थल का जायजा लेकर दिशा निर्देश दिया। वहीं फॉरेंसिक टीम प्रभारी अजीत तिवारी, कां तृप्ति कुशवाहा, कां. उमेश कुमार, कां. वीरेंद्र कुमार के साथ मौकाए वारदात की जांच पड़ताल करने पहुंचे।
फॉरेंसिक टीम को ऑफिस से गोली का बुलेट, फर्श पर बिखरे गोली के छर्रे, दीवार पर गोली के निशान और दो डबल बैरल बंदूक मिलने का पता चला है। फॉरेंसिक टीम ने घटना से जुड़े महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए हैं।
मनीष मौर्य रिपोर्ट