डलमऊ (रायबरेली)। सोमवार को राष्ट्रीय फाईलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम के विस्तार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अधीक्षक विनोद कुमार चौहान की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के महिला कार्यकर्तियों को कार्यक्रम की जानकारी दी गई। श्री चौहान ने स्वास्थ्यकर्मियों को डाई एथिल कार्बामेजिन (डीईसी) और अल्बेंडाजोल की गोली के बारे में एएनएम, आंगनबाड़ी और आशा को पूर्ण जानकारी दी। स्वास्थ्य कार्यकर्ता सार्वजनिक दवा का सेवन घर-घर जाकर कराएगी। अभियान में दो वर्ष से पांच वर्ष तक के बच्चों को एक सौ मिलीग्राम की डीईसी की एक गोली खिलाई जानी है। छह वर्ष से 14 वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों को 200 मिलीग्राम की डोज दी जानी है। 15 वर्ष से ऊपर के लोगों को डीईसी की तीन गोलियां खिलाई जानी हैं। प्रभारी ने बताया कि दवा का उपयोग खाली पेट नहीं किया जाना है। जिन व्यक्तियों के शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होंगे। उन्हें दवा खाने के बाद मितली, दस्त, खुजली, सिरदर्द, चक्कर, बुखार, उल्टी जैसी प्रतिक्रियाएं होती हैं। यह प्रतिक्रिया क्षणिक और मामूली है। ऐसी प्रतिक्रियाओं की स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र से सम्पर्क करें।