सरेनी (रायबरेली)। सरेनी कोतवाली क्षेत्र के विशायकपुर गांव में बंदरों का आतंक चरम पर है। बीते लगभग एक सप्ताह के दरमियान वह पांच छः लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। गांव में बंदरों का आतंक इस कदर दिख रहा है कि लोग अपने घरों से निकलने में भी परहेज कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते एक सप्ताह में विशायकपुर निवासी लल्लू शुक्ला, वीरेंद्र शर्मा, बचान शुक्ला, विनोद शुक्ला व दूलापुर निवासी अनुज तिवारी बंदरों की चपेट में आकर जख्मी हो चुके हैं। बंदरों ने उपयुक्त लोगों को निशाना बनाते हुए बुरी तरह से काटा है जिससे ग्रामीणों में बंदरों का भय व्याप्त हो चुका है। ग्रामीणों की माने तो गांव में बंदरों का एक विशाल समूह है और उस समूह में कुछ आदमखोर बंदर भी हैं जो ग्रामीणों को व राहगीरों के ऊपर धावा बोलकर काट लेते हैं और जख्मी कर देते हैं जिससे ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ है और राहगीरों को इसकी जानकारी न होने की वजह से अत्यधिक जख्मी होना पड रहा है। एक ताजा मामला शुक्रवार की सुबह का है जब विशायकपुर निवासी विनोद शुक्ला अपनी साइकिल से भोजपुर मंडी खोया लेकर जा रहे थे तभी अचानक बंदर ने उनके ऊपर झपट्टा मारते हुए उन्हें जख्मी कर दिया और उनके पैर में बुरी तरह से काट लिया। उन्हें तत्काल सीएचसी सरेनी ले जाया गया। बीते एक सप्ताह से सभी ग्रामीण इन आदमखोर बंदरों की वजह से डर के साए में जी रहे हैं।विशायकपुर निवासी पुनीत शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार को उन्होंने इसकी सूचना डायल 100 को दी थी जिसके बाद डायल 100 व वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और शुक्रवार को आकर पकडने की बात कहकर चले गए। समाचार लिखे जाने तक वन विभाग से संबंधित कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा था।
अनुज मौर्य/सन्दीप फ़िज़ा रिपोर्ट