बदहाल सड़कें हिचकोले लेते दौड़ती गाड़ियां,जान जोखिम भरा सफर काटते राहगीर

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सरेनी (रायबरेली)!वैसे तो सरेनी क्षेत्र की ऐसी कई सडकें हैं जो मौजूदा समय में ध्वस्त पडी हुई अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहीं हैं और जिम्मेदार हैं कि जानकर भी अंजान बने हुए हैं!प्रदेश की सत्ता सम्भालते ही योगी आदित्य नाथ ने प्रदेश के सभी जनपदों के मार्गों को गड्ढामुक्त करने का निर्देश दिया था जिसके बाद विभागीय अधिकारियों ने निर्देशों का पालन करते हुए औपचारिकता पूरी की जिसमें गड्ढे तो कुछ दिन के लिए गड्ढामुक्त हो गए लेकिन कुछ दिनों बाद ही मार्ग पुनः गड्ढों में तब्दील हो गये और इन्हीं बडे़ – बड़े गड्ढों की वजह से आय दिन वाहन न निकल पाने से घंटों जाम की स्थिति बनी रहती है जो मुख्यमंत्री के गड्ढामुक्त अभियान को मुंह चिढा रहे हैं।आपको बताते चलें कि मामला सरेनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित भोजपुर – पूरे पांडेय मुख्य मार्ग स्थित भोजपुर कस्बे का है जहां पर भोजपुर से सरेनी की ओर मुंडते ही चंद कदमों पहले सडक के मध्य नाली निर्मित है जहां उसी नाली पर एक विशालकाय गड्ढा हो गया है जो मुख्य मार्ग के बीचोंबीच है जो कहीं न कहीं मौत को दावत दे रहा है जहां से प्रतिदिन हजारों की संख्या में बस,ट्रक समेत छोटे वाहन गुजरते हैं और बात सिर्फ़ यहीं नहीं समाप्त होती है बल्कि भोजपुर चौराहा सरेनी के सबसे व्यस्ततम चौराहों में से एक है।जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है लेकिन यह लोक निर्माण विभाग ही तो है जिसे हादसों की जरा भी परवाह नहीं है।मुख्य मार्ग में हुआ यह बडा सा गड्ढा प्रतिदिन मौत को दावत दे रहा है यदि मुख्य मार्ग पर कुएं के रुप में परिवर्तित हो रहे गड्ढे को समय रहते जिम्मेदारों द्वारा नहीं भराया गया तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।अगर जिम्मेदार इसी तरह अंजान व मूकदर्शक बने रहे तो वह दिन दूर नहीं जब इस गड्ढे की वजह से कोई बड़ा हादसा घटित होगा।कुछ दिन पूर्व ही सीएम व डिप्टी सीएम के निर्देश पर गड्ढायुक्त मार्गों को गड्ढामुक्त करने का अभियान चलाया गया था लेकिन पीडब्ल्यूडी समेत अन्य विभागीय अधिकारियों की खाऊ कमाऊ नीति के चलते मार्गों को गड्ढामुक्त तो किया गया था लेकिन बीते कुछ दिनों से गड्ढामुक्त मार्ग पुनः एक बार फिर बड़े बड़े गड्ढों में तब्दील हो गये हैं।इस समस्या से क्षेत्रीय जनता को रोजाना दो चार होना पड रहा है जो कि चिंतनीय है,हो न हो जिम्मेदारों को इस बात की जानकारी है किन्तु प्रशासन मूक दर्शक की भांति किसी बड़ी घटना के होने का इंतजार कर रहा है।उल्लेखनीय है कि कुछ सप्ताह पूर्व ही इसी मार्ग पर इन्हीं जानलेवा गड्ढों ने एक महिला की जान ले ली थी बावजूद जिम्मेदार अंजान बने हुए तमाशबीन की भूमिका अदा कर रहे हैं!

अनुज मौर्य/सन्दीप फ़िज़ा रिपोर्ट

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