डलमऊ रायबरेली
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के महिलाएं समाज का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा हैं। इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी गौरा राकेश कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा आर्थिक एवं अन्य स्थितियों में महिलाओं की भागीदारी कम रहती है। समाज में ऐसी मानसिकता है कि बेटियों को कम महत्वपूर्ण माना जाता है। उनके प्रति पराया धन की मानसिकता होने के कारण उनकी पढ़ाई एवं व्यक्तित्व विकास को दबाकर रखा जाता है। बिना महिलाओं के घर मकान अधूरा होता है।
हर घर में महिलाओं का योगदान होता है। आज शिक्षा, खेल सहित सभी क्षेत्रों में महिलाओं का योगदान बढ़ रहा है। पुरूषों के वर्चस्व वाले क्षेत्रों में भी आज महिलाएं कार्य कर रही है और उपलब्धियां हासिल कर रही है। पुरूषों के वर्चस्व वाले खेलों में भी महिलाओं ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा साबित की है।
उन्होंने बालिकाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा किया कि खेलों में रूचि है तो इसे आगे बढ़ाएं। मेहनत एवं लगन से आगे बढ़े चाहे इसमें तकलीफ भी उठानी पड़े। केवल संसाधनों से सब कुछ नहीं होता आपके मन में आगे बढऩे का जज्बा होना चाहिए। मजबूत इच्छा शक्ति से आप आगे बढ़ सकते है। खेलों से बच्चों में आत्मविश्वास विकास होता है। नेतृत्व, टीम भावना आदि गुणों का विकास खेल के माध्यम से होता है। उन्होंने कहा कि खेलों के साथ पढ़ाई भी अच्छे से करें आगे बढ़े एवं अपने अभिभावकों एवं समाज को गौरवान्वित करें। सकारात्मक परिवर्तन देखने के लिए मेहनत करें।
प्रतियोगिता के तहत खो खो कबड्डी ऊंची कूद लंबी कूद गोला फेंक प्रतियोगिता दौड़ में बालिकाओं ने हिस्सा लिया बढ़-चढ़कर
बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ ब्लाक स्तरीय बालिका खेल कूंद प्रतियोगिता में शामिल हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार , खण्ड विकास अधिकारी हरिश्चंद्र गुप्ता अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ , गौरा , शैलेश पांडेय,अखिलेश कुमार मंत्री,प्रभार मीडिया, सहायक अध्यापक बृजेन्द्र सिंह(टिंकू)सिंह गौरा अरुणेंद्र सिंह , जंग बहादुर,सुनील यादव,हरिकेश यादव,राम कृपाल यादव धर्मेंद्र शर्मा राकेश मिश्रा अर्चना केसरवानी नितिन मिश्रा, उदय चंद्र,विवेक तिवारी,संदीप यादव,अम्बिकेश श्रीवास्तव,देवनाथ,चन्द्रेश त्रिवेदी, आदि सभी शिक्षक साथी मौजूद रहे ।
विमल मौर्य रिपोर्ट