वाराणसी: राजातालाब
भारत बंद को विफल करने के लिए वाराणसी जिला प्रशासन की ओर से शासन के निर्देश पर एक दिन पहले ही रणनीति तैयार कर ली गई थी। शासन से सख्ती के निर्देश मिलने के बाद सोमवार तड़के से ही पूर्वांचल किसान यूनियन, मनरेगा मज़दूर यूनियन, सीपीएम, सरदार सेना आदि किसान नेताओं को उनके घरों में नजर बंद कर दिया। तहसील क्षेत्र राजातालाब में किसान संगठनों का वैसा आधार नहीं है। इसलिए बंद के लिए पहले इन के नेताओं को घरों में ही नजर बंद कर दिया था।
सूचना के अनुसार, पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगीराज सिंह पटेल को यूनियन के नेता चन्द्र प्रकाश पटेल को लहिया स्थित उनके घर पर पुलिस ने नजरबंद किया है। मनरेगा मज़दूर यूनियन के संयोजक सुरेश राठौर को मेहदीगंज स्थित उनके आवास पर नजरबंद किया गया है। सीपीएम नेता लालमनी वर्मा को परमंदापुर स्थित उनके आवास पर नजरबंद किया गया है। कपरफोरवा गाँव के किसान नेता शिव शंकर शास्त्री और जयशंकर पाल को उनके आवास पर नज़रबंद किया गया हैं। विसुनपुर स्थित सरदार सेना के जिला अध्यक्ष राजेश वर्मा को उनके आवास पर नज़रबंद किया है।
सभी नेताओं ने साफ तौर पर कहा कि सरकार किसान आंदोलन को कुचलना चाहती है। इसलिए हमें नजरबंद किया गया है। नज़रबंद किसान नेताओं से मुलाकात के बाद सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने कहा कि ‘किसानों का मुद्दा और उनकी मांग जायज है. मैं उनके साथ खड़ा हूँ
केंद्र और प्रदेश सरकार आंदोलन को लेकर दमनात्मक नीति अपना रहीं हैं सरकार को किसान विरोधी बिल वापस लेना होगा।
राजकुमार गुप्ता रिपोर्ट