भौतिकता व दैवीय दर्शन होता है अध्यात्म में-स्वामी स्वात्मानंदसंत

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लालगंज रायबरेली।। तहसील लालगंज क्षेत्र के अन्तर्गत पलिया विरसिंहपुर गांव में श्रीमद्भागवत कथा की अम्रत वर्षा हो रही है जिसमें सराबोर होने के लिए दूरदराज से भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है।
बताते चले कि बड़े ही भाग्य से बिना हरिकृपा के सन्त दर्शन सम्भव नहीं है। सिद्ध पीठ असनी कुटी फतेहपुर के महान संत स्वामी स्वात्मानंद जी महाराज के मुखारविंद से श्रीमद्भागवत कथा हो‌ रही है जिसका रसपान‌ करने के लिए भक्त उपस्थित रहकर बड़े ही ध्यान से सुनते हैं।पूज्य स्वामी जी ने बताया कि बली राजा के राज्य में इतने दीपक जलते थे कि कभी भी राज्य में अंधेरा नहीं होता था।अपने संकल्पों का चिंतन तथा उद्देश्य को समझना चाहिए।बिना विचारे जो कार्य करता है उसे पछताना पड़ता है लोग उसका मजाक उड़ाते है। इसलिए सावधानी पूर्वक कार्य करना चाहिए।कथा में समुद्र मंथन की सुंदर कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान मोहिनी का रुप धारण किए है असुर अपनी आंखों से सुन्दरी देख रहे है देवता भगवान देख रहे है।अंतिम क्षण असुर चूके और अम्रत से दूर हो गये। बहुत ही मार्मिक कथा सुनकर श्रोता भगवान के प्रेम में मगन हो गये। लीलाधारी भगवान कृष्ण के जन्म की कथा सुनाते हुए बताया कि चारों ओर अन्धकार है काली काली घटा छाई है पहरेदार सो रहे है। तेज प्रकाश पुंज फैलाऔर भगवान कृष्ण का जन्म हो गया , जेल के ताले खुल जाते है। आकाशवाणी होती है और कन्हैया को नन्द बाबा के घर पहुंचा दिया गया। नन्द बाबा के घर आनन्द ही आनन्द है। बधाईयां गाई जा रही है। भगवान के जन्म की खुशी में मिठाई व उपहार बांटे जा रहे है।संजीव झांकियां निकाली गई। लीलाधारी के जन्म की कथा सुनकर उपस्थित श्रोतागण भावविभोर हो गये। यजमान की भूमिका विनीत तिवारी व उनकी धर्मपत्नी वन्दना ने निभाई। कार्यक्रम के आयोजक मूलचंद तिवारी, फूलचंद तिवारी , शिवचंद्र तिवारी,प्रमोद मिश्रा ,पूर्व विधि मंत्री गिरीश नारायन पाण्डेय,रविनन्दन सिंह, अम्बुजा दीक्षित,मनोज पाण्डेय, बैजनाथ त्रिवेदी, उमेश मिश्रा, माता प्रसाद तिवारी, हरिशंकर श्रीवास्तव,देवेन्द्र अवस्थी, तथा कई हजारों भक्तो ने उपस्थित रहकर कथापान‌ किया ।

संदीप फ़िज़ा रिपोर्ट

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