महिला उत्पीड़न की सुनवाई में नहीं होनी चाहिए लापरवाही : सुषमा सिंह

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राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने महिला उत्पीड़न की सुनवाई को जन-जन तक पहुचाने के लिए दिये निर्देश : सुषमा सिंह

रायबरेली। उ0प्र0 राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने पी0डब्ल्यू0डी0 गेस्ट हाउस में महिलाओं से जुड़े उत्पीड़न व उनकी समस्याओं से जुड़े कई मुद्दो के बारे में जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने जिला कार्यक्रम अधिकारी व महिला थाना अध्यक्ष संतोष सिंह को निर्देश दिये कि महिलाओं, वृद्धजन आदि के उत्पीड़न से सम्बन्धित समस्याओं को तत्काल संज्ञान में लेकर कार्यवाही करें। जन सुनवाई के दौरान और भी कई प्रकरण आये उस पर उन्होंने जिले के सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जो भी प्रकरण है उन सभी को तत्काल ही निकारण कराये जिससे सभी महिलाएं को कोई समस्या का समाना नही करना पडें।

महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने कहा कि महिला उत्पीड़न रोकने के लिए अधिकारियों को पीडि़त महिलाओं की समस्याओं का निराकरण कराया सुनिश्चित करें और कोई भी महिला उत्पीड़न की शिकार हो तो तत्काल उनके महिला आयोग को शिकायती प्रार्थना पत्र और एक आईडी के साथ भेज दे जिससे उसकी शिकायत महिला आयोग में दर्ज करके निराकरण किया जा सके। इसके अलावा उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने अन्य बिन्दु पर भी विस्तार से चर्चा की। बैठक में 181 टोल फ्री नम्बर का सम्बन्ध मूल रूप से जिला कार्यक्रम अधिकारी से है वे 181 पर आने वाली समस्याओं को तत्काल महिला पुलिस से सामजस्य बनाकर कार्यवाही करें। इसके अलावा सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर आमजन को लाभ दिलवाये।

इस मौके पर एडीएम एफआर डा0 राजेश कुमार प्रजापति, महिला थाना अध्यक्ष संतोष सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी सवीता, बीएसए पीएन सिंह, एडी सूचना प्रमोद कुमार, सीएमएस रेनू वर्मा, एनके श्रीवास्तव आदि भी उपस्थित रहे।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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