परशदेपुर/रायबरेली।-परशदेपुर कस्बे में 10 वीं मोहर्रम पर शिया समुदाय के लोगो ने जुलूस निकाल कर दर्जनों ताज़ियो को कर्बला में दफन कर दिया। 10 वी मोहर्रम को जहां शिया धर्म के लोगो ने हाथ का मातम और जंजीर का मातम करते हुए ताजिया कर्बला में दफन किया वही हिन्दू एवं सुन्नी भाइयों ने भी हज़रत मुहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन को ताज़िया रखकर नज़राने अकीदत पेश किया।बताते चले कि परशदेपुर कस्बे में मोहर्रम का पर्व हिन्दू-मुस्लिम दोनों धर्म मिलकर मनाते हैं।मंगलवार को परशदेपुर कस्बे में हिन्दू मुस्लिम भाइयो ने हर साल की तरह इस साल भी इमाम हुसैन और उनके बहत्तर शहीदो की याद में 10 वीं मोहर्रम का जुलूस बड़े ही एहतराम के साथ ग़मगीन माहौल में बड़े इमामबाड़े व छोटे इमामबाड़े से सुबह 10 बजे अलम,ताज़िया और ज़ुल्जनाः के साथ निकाला गया।दोनो ईमामबाड़े के जुलूस मरहूम वाहिद अली के दरवाजे पर आ कर मिल गए।जुलूस के दौरान मौलाना शाहीन हैदर ने बताया कि इमाम हुसैन कर्बला में इस्लाम और इंसानियत को बचाने के लिए भूखे प्यासे शहीद हो गए थे लेकिन उन्होंने ज़ुल्म के आगे अपना सर नही झुकाया।कर्बला में इमाम हुसैन और उनके 72 साथियो की शहादत की याद में हर धर्म के लोग मोहर्रम मनाते है।मौलाना ने जब इमाम हुसैन के मसाएब बताए तो वहां माहौल ग़मज़दा हो गया और लोग रोने लगे। इसके बाद डॉ आमिर के ” आशूर का सूरज है,और तपती ज़मीन है के नोहे ने वहां पर खड़े लोगो को ग़मज़दा कर दिया।इसके अलावा हैदर अली और डॉ आमिर रिज़वी ने “शब्बीर का मातम होगा सदा,ज़ंजीर का मातम होगा सदा”ये इब्ने अली का मातम है, औलादे नबी का मातम है” नोहे पर बच्चे बूढ़े और जवानों ने जंजीर का मातम किया।नौहे के बाद अजादारों की या हुसैन या अलविदा की सदाये बुलंद होती रहीं।जंजीरज़नी के बाद दोनो जुलूस अपने ख़दीमी रास्तो से होते हुए कर्बला की ओर चल दिये छोटे इमामबाड़े का ताजिया मटरवा चौराहे के पास कोल्ड स्टोर के पीछे कर्बला में दफन किया गया वहीं बड़े इमामबाड़े का ताजिया गेवडे मैदान के पास कर्बला में दफन किया गया।
हिन्दू धर्म के लोगो ने भी रखा ताज़िया
परशदेपुर की रोनी देवी,संजय,मोनू,राजू ने भी ताज़िया रख कर इमाम हुसैन को नज़राने अक़ीदत पेश की।रोनी देवी ने बताया कि हमारे यह हर साल ताज़िया रख कर हुसैन बाबा को याद करते हैं।
अहले सुन्नत ने भी इमाम हुसैन की याद में जुलूस उठाया
10 मोहर्रम को परशदेपुर में दूसरा जुलूस अहले सुन्नत हज़रात का काज़ी के पुरवा वार्ड नंबर 3 के निवासी तारिख अंसारी के घर से लगभग दिन में 3 बजे निकाला गया जो लगभग 5 बजे दुधया के कर्बला में पहुंच कर समाप्त हुआ।
सुरक्षा व्ववस्था रही चाक चौबंद
सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा । चौकी प्रभारी बृजपाल सिंह अपने पुलिस बल और पीएसी बल के साथ पूरे जुलूस में मौजूद रहे।इसके अलावा राजस्व विभाग से कानूनगो आदित्य कुमार मौर्य और लेखपाल संतलाल भी जुलूस के साथ रहे।
इस मौके पर अंजुमन के सेक्रेटरी इतरत नक़वी,सभासद शम्सी रिज़वी, हैदर अली, बाबर हादी,आरिफ मेहदी,सबील नक़वी,रज़मी नक़वी,परवेज़,अली अब्बास, जावेद ,वसी रज़ा, अमीर अली,अज़मी रिज़वी, पूर्व सभासद शोफ़ी रिज़वी,चेयरमैन विनोद कुमार कौशल,पूर्व चेयरमैन सी पी श्रीवास्तव, सभासद हसन ग़ुलाम,कानूनगो आदित्य कुमार,लेखपाल संतलाल, कासिम खान,नाहीद सलमानी,इसके अलावा सैकड़ो की संख्या में हिन्दू मुस्लिम लोग मौजूद रहे और अंत मे सेक्रेटरी इतरत नक़वी और सभासद एड्वोकेट शम्सी रिज़वी ने प्रशासन व जुलूस में आए हुए तमाम लोगों का शुक्रिया अदा किया।
शम्शी रिजवी रिपोर्ट