महराजगंज रायबरेली
”मिसालें दी जाती है,भूली नही जाती”लाकड़ाउन क़े समय लोगो क़ी मदद करने का जज्बा सलेथू गांव क़े लोगो द्वारा आज भी बदस्तूर जारी है। लाकडाउन क़े समय से जरूरतमंदो को भरपेट भोजन करा सलेथू ग्राम प्रधान क़े नेतृत्व में किए जाने वाले इस प्रयास क़ी चर्चा क्षेत्रीय ग्रामीण ही नही अपितु प्रशासनिक अमले द्वारा भी क़ी जा रही। जिससें क्षेत्र में इस भामाशाह क़ी शोहरत बुलंदियों पर है।
बताते चले क़ी कि इस मंहगाई के दौर में जहां परिवार की खुराकी की जिम्मेदारी उठाना बड़ी बात है वही सलेथू ग्राम प्रधान जय प्रकाश साहू एवं उनके सहयोगियों द्वारा लाक डाउन क़े समय न्यू स्टैण्डर्ड पब्लिक स्कूल सलेथू में बाहर से आने वाले श्रमिकों के लिए बनाये गये क्वारंटाइन सेन्टर पर अपने जिम्मे भोजन प्रमुख की भूमिका निभाने की इच्छा प्रशासन से जाहिर की। उस दो माह क़े दौरान करीब दो सौ श्रमिको को प्रतिदिन अपने निजी खर्च से भरपेट भोजन व नाश्ता आदि का पूरा इंतजाम ग्राम प्रधान सलेथू द्वारा किया गया। वही लाकडाउन खत्म होने क़े बाद जरूरतमंदो को भोजन कराने का सिलसिला ग्राम प्रधान जयप्रकाश साहू द्वारा घर पर शुरू हो गया। जयप्रकाश साहू बतातें है क़ी लाकड़ाउन क़े दौरान अन्जाने और अपरिचित लोगो क़ी सेवा करने से जो मन को संतोष मिला उसी से गरीबो जरूरतमंद लोगो को प्रतिदिन भोजन कराने का भाव जागृत हुआ इस संकल्प में गांव क़े लोगो का भी भरपूर साथ मिला जिससें यह कार्य किया जा रहा। मालूम हो क़ी विस्ताली गांव क़े लोगो क़े कोरोना संक्रमित होने पर प्रशासन द्वारा आने जाने व घर से निकलने क़ी पाबंदी लगाए जाने पर अपने निजी खर्च से पूरे गांव क़े लोगो को 14 दिनो तक राशन, सब्जी, दूध, दवाई आदि क़ी जिम्मेदारी उठाने वाले जयप्रकाश साहू क़ी चर्चा क्षेत्र में जोरो से रही। प्रशासनिक अमले क़े कर्मचारी बताते है क़ी सलेथू गांव में सेंटर बनने एवं श्रमिको एवं कर्मचारियों क़े रुकने क़े दौरान जयप्रकाश साहू द्वारा एक मुखिया क़ी तरह सभी का ध्यान रखा गया, घर गांव में ही होने क़े बावजूद निर्भीक हो श्रमिकों एवं कर्मियों क़े साथ ही प्रधान का दिन रात रुकना होता था। ऐसा सेवा भाव आज क़े जनप्रतिनिधियों में कम ही देखने को मिलती है। वही ग्रामीण सुरेश कुमार, राजेश यादव, रामसुन्दर, राजेंद्र मौर्या, अमर कुमार आदि का कहना है क़ी क्षेत्र में जहां भी जाना होता है वहां सलेथू गांव क़े प्रधान एवं लोगो क़ी सेवा भाव क़ी सराहना जम कर होती है जिससें गर्व क़ी अनुभूति होती है।
इनसेट-
सरल व्यक्तित्व क़े धनी जय प्रकाश साहू एक साधारण गल्ला व्यवसायी हैं इनकी समाज के प्रति लगाव व लोगो की मदद करने की सोच के चलते ही ग्रामीणों ने प्रधान पद के लिए प्रोत्साहित किया और लगातार तीन बार गांव क़ी प्रधानी पद पर काबिज व्यक्ति को हरा विकासखंड में सर्वाधिक मतों से विजयी होने वाले प्रधान का खिताब पहनाया। सेवा समर्पण ऐसा क़ी गांव में जब भी किसी बेटी की शादी हो जय प्रकाश साहू स्वयं पहुंच अधिक से अधिक योगदान कर कन्यादान का पुण्य भी कमाने से पीछे नही हटते।
एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट