तीन घंटे तक जाम रहा कानपुर-रायबरेली मार्ग, लोगों को हुई परेशानी
खीरों (रायबरेली)। रविवार की सुबह थाना क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम बड़ा भगत खेड़ा व ग्राम बखतखेड़ा के बीच रेलवे लाइन पर मिले अज्ञात युवक के शव की पहचान होने के बाद ग्रामीणों ने मंगलवार को हत्या का आरोप लगाते हुए रायबरेली-कानपुर मार्ग जाम कर दिया। मार्ग जाम होने की सूचना पर कई थानों की पुलिस फोर्स और एसडीएम लालगंज सुरेश कुमार सोनी पहुंचे। एसडीएम ने समझाने पर भी ग्रामीण जाम खोलने को तैयार नहीं हुए। अंत में जब मुकदमा दर्ज कराने की बात अधिकारियों ने कही तब जाकर ग्रामीण माने।
जानकारी के अनुसार रेलवे ट्रैक पर मिले शव की पहचान आजाद (19) पुत्र समशेर लोधी निवासी देवपुर थाना सरेनी के रूप मे हुई। म्रतक बीए प्रथम वर्ष का छात्र था। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया था। दो दिन बीतने के बाद भी मुकदमा न दर्ज होने पर परिजनों व मृतक के गांव के लोगों द्वारा कानपुर-रायबरेली मार्ग को सेमरी चौराहे पर तीन घंटे तक जाम कर दिया। जाम की खबर पर सर्किल के सभी थानों की फोर्स, एसडीएम सुरेश कुमार सोनी व क्षेत्राधिकारी आरपी शाही भी मौके पर पहुंचे और जाम खुलवाने का प्रयास किया। किन्तु जाम लगाए आक्रोशित नागरिक जाम हटाने के लिए तैयार नहीं हुए। लगभग तीन घंटे तक लगे इस जाम में कानपुर-रायबरेली और सरेनी-खीरों जाने वाले दर्जनों वाहन फंसे रहे। जाम की स्थिति देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए। थानाध्यक्ष अतुल कुमार सिंह व अधिकारियों के समझाने-बुझाने के बाद तुरंत मुकदमा दर्ज कराने के आश्वासन के बाद लोगों का गुस्सा शान्त हुआ और जाम खोलने के लिए राजी हो गए। मृतक के पिता समशेर लोधी ने तहरीर देकर आरोप लगाया कि हरिओम पुत्र दुर्गा प्रसाद, पंकज पुत्र राम आसरे, पिंटू और बच्चा पुत्रगण राम बहादुर निवासी ग्राम डिहवा थाना बिहार जिला उन्नाव ने मेरे पुत्र आजाद की हत्या कर शव को रेल लाइन की पटरी पर फेंका है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा लिखकर छानबीन शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष अतुल कुमार सिंह ने बताया है मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।