रायबरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रायबरेली दौरे के दौरान 18वीं सदी का सिक्का भी भेंट किया गया। यहां पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि उनके पास अंग्रेजी हुकूमत के दौरान 1818 में चलने वाले सिक्का था। मौजूदा समय में भले ही इसकी कोई कीमत न हो, लेकिन भारत की प्राचीन संस्कृति को दर्शाता यह सिक्का अमूल्य है। ब्रिटिश जमाने में चलने वाले तांबे व पीतल के एक-एक सिक्के को दिखाते हुए पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि सिक्के में एक तरफ वर्ष 1818 के साथ अंग्रेजी शब्दों में ईस्ट इंडिया कंपनी लिखा है। उसी के मध्य में अंग्रेजी में ही यूकेएल वन आना (एक आना) लिखा है। सिक्के के दूसरी तरफ भगवान राम, लक्ष्मण, सीता समेत हनुमान का चित्र बना है। अंग्रेजों के समय भी चलने वाले सिक्के पर रामदरबार का चित्र बना होना। अयोध्या में राम मंदिर होने व भगवान की महिमा को अंग्रेजों द्वारा भी मानना दर्शाता है। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनपद आगमन के दौरान उन्होंने यह एक सिक्का उन्हें भेंट किया। दूसरा सिक्का प्रधानमंत्री को भेंट करने की उन्होंने इच्छा जाहिर की है।
भगवा हुईं अस्पताल की चादरें
वहीं इस बीच, मुख्यमंत्री के रायबरेली दौरे के दौरान जिला चिकित्सालय में औचक निरीक्षण की संभावनाओं के बीच वार्डों में मरीज की बेड पर भगवा धारियों वाली बेडशीट (चादर) बिछाई गईं। मरीजों की सफेद बेडशीट हटाकर भगवा रंग की धारियों वाली बेडशीट बिछाए जाना चर्चा का विषय बना रहा। हालांकि इस सवाल पर रायबरेली के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एनके श्रीवास्तव ने कहा कि इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है। प्रतिदिन चादरें बदलती रहें, इसलिए कलर कोडिंग की गई है। हालांकि वहां के लोगों का कहना था कि ऐसा पहली बार हुआ है जब भगवा रंग की चादर का इस्तेमाल अस्पताल में किया गया है।