रायबरेली। जिला कारागार के बाहर उस समय हड़कंप हो गया जब मृतक बंदी के परिजनों ने सड़क जाम कर जेल प्रशासन के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया। मृतक के परिजनों ने नारेबाजी करते हुए जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाया है। मामला बढ़ता देख मौके पर पहंुची। पुलिस की ओर से सीओ सिटी ने किसी तरह मृतक के परिजनों को समझाया-बुझाया और मृतक के परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने का आष्वासन दिया। तब जाकर मामला शांत हो सका। दरअसल मृतक दिव्यांग बंदी भानू प्रताप खीरों थाना क्षेत्र का रहने वाला था और बीते तीन माह पूर्व दहेज के मामले में जेल में बंद था। मृतक बंदी का रविवार को जेल के अंदर फांसी के फंदे से लटकता शव मिला था। जिसको लेकर आज परिजन जेल आये और जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि जेल में पांच हजार रुपये महीने की वसूली की जाती है। वसूली न देने पर हत्या की गई है। वहीं जेल अधीक्षक की माने तो बंदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। उनसे कभी भी किसी भी तरह की वसूली नहीं हुई है। यह आरोप बेबुनियाद है।