रायबरेली। मरीजों को जान बचाने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई एंबुलेंस सेवा ही यदि मरीजों की जान की दुश्मन बन जाये तो सरकार की मंशा कैसे पूरी होगी? मिल एरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत दुसौती पुल के निकट हुए दर्दनाक सड़क हादसे में एक एंबुलेंस चालक व उसके स्टाफ की संवेदनहीनता सामने आई है। आसपास के लोगों की माने तो इस दुर्घटना के बाद जब ग्रामीणों ने एंबुलेंस के लिए फोन किया तो थोड़ी देर में ही महाराजगंज क्षेत्र से एक एंबुलेंस पहुंच गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिस समय एंबुलेंस पहुंची मृतकों में से एक गंभीर घायल था और बोल रहा था। पहुंची एंबुलेंस का चालक और स्टाफ उतरा उसने जब क्षेत्र देखा तो भड़क गया और कहा कि यह मेरा क्षेत्र नहीं है। यह कहकर एंबुलेंस वापस चली गई। इसी दौरान अत्यंत गंभीर दूसरे घायल ने भी तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने दोबारा फोन किया और दूसरे एंबुलेंस आई तब घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया जहां दो को मृत घोषित किया गया। लोगों का कहना है कि अगर पहली एंबुलेंस चालक और उसके स्टाफ ने संवेदनहीनता न दिखाई होती और समय पर घायलों को अस्पताल पहुंचा दिया होता तो शायद उस दूसरे मृतक की जान बच जाती जो उस समय तड़प रहा था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी से ग्रामीणों ने जांच कर संवेदनहीन एंबुलेंस चालक व उनके स्टॉप पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।