शिवगढ़ (रायबरेली)। एक ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ भारत अभियान चलाकर स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत बनाने के लिए समूचे देश में एक मुहिम चला रहे हैं वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों द्वारा स्वच्छ भारत अभियान को पलीता लगाया जा रहा है। “ऐसे में न स्वच्छ हो पाएगा इंडिया, न स्वस्थ हो पाएगा इंडिया।” जिसका जीता जागता उदाहरण रायबरेली जिले के शिवगढ़ क्षेत्र का बैंती गांव है। जहां पंचायत भवन प्रांगण में स्वच्छता की जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। खण्डहर में तब्दील हो चुके सार्वजनिक शौचालय के आसपास कचरा और गंदगी जमा है। जबकि पंचायत भवन के पास प्रत्येक मंगलवार और शनिवार ऐतिहासिक बाजार लगती है। जिसमें दूर-दराज से हजारों ग्राहक एवं व्यापारी आते हैं। आसपास पेशाब करने के लिए कोई स्थान न होने के कारण ग्राहक एवं व्यापारी मजबूर होकर इसी कचरे के ढेर पर खुलेआम पेशाब करते हैं। जबकि पंचायत भवन प्रांगण में अक्सर विभिन्न आयोजन एवं बारातें टिका करती है।
कायाकल्पित पंचायत भवन की दीवारों पर लिखें स्वच्छता स्लोगन मुंह चिढ़ाते नजर आ रहे हैं। जिसको लेकर गांव के जागरूक युवक हरिज्ञान उर्फ यश जायसवाल, हर्षित राज राठौर ने कई जगह शिकायत करने के साथ ही सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शासन से पंचायत भवन प्रांगण में सार्वजनिक शौचालय बनवाए जाने के साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर डस्टबिन रखवाने की मांग की है। हरिज्ञान जायसवाल का कहना है कि 43 ग्राम सभा वाले शिवगढ़ ब्लॉक में बैंती ही एक ऐसी ग्राम पंचायत हैं जहां एक भी डस्टबिन नहीं रखवाया गया है आखिर ये बैंती ग्राम पंचायत के साथ सौतेला व्यवहार है या भ्रष्टाचार ? कांग्रेस पार्टी के समस्या निस्तारण प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सत्य कुमार सोनी का कहना है कि जब तक सार्वजनिक स्थलों पर शौचालयों का निर्माण एवं उनका उचित प्रबंधन नहीं होगा तब तक देश खुले में शौच मुक्त नहीं हो सकता। श्री सोनी ने कहा कि घरों में शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है अच्छी बात है पर जमीनी हकीकत में स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
शिवगढ़। ग्राम प्रधान जानकीशरण जायसवाल का कहना है कि पंचायत भवन प्रांगण में सरकारी खर्चे के साथ ही कई बार अपनी जेब से सफाई करवाई है इसके बावजूद आसपास के लोग पंचायत भवन प्रांगण में स्थित शौचालय के पास कूड़ा कचरा फेंक देते हैं। जिसके स्थाई समाधान के लिए पंचायत भवन प्रांगण में बाउंड्रीवाल एवं सार्वजनिक शौचालय के लिए मांग की गई है जिसकी स्वीकृति मिलते ही अति शीघ्र बाउंड्रीवाल एवं सार्वजनिक शौचालय बनवाने का कार्य किया जाएगा। ग्राम प्रधान जानकीशरण जायसवाल का कहना है कि बाउंड्रीवाल ना होने की वजह से अराजक तत्वों ने पंचायत भवन का प्लास्टिक कई जगह तोड़ दिया है।