रायबरेली। जिले के ऊंचाहार किसान क्रय केंद्र में किसानों का उत्पीड़न चरम पर है। धान क्रय केंद्रों पर किसानों की जेब पर डाका डाला जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों की हिदायतों का धान क्रय केंद्रों के कर्मचारियों पर कोई असर नही हो रहा है। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। बिना कमिशन दिए किसानों का काम नही किया जाता है। यहा तक कि वहां के चैकीदार के नाम से 100 रुपये मांगें जाते हैं। मतलब की हर कर्मचारियों के पद के हिसाब से पैसे लिए जा रहे है। इस घटना की पूरी रिकार्डिंग एक किसान ने कर ली। ऊंचाहार निवासी शिव पल्टनमौर्य ने बताया कि धान क्रय केंद्र के कर्मचारियों की मनमानियों से किसान परेशान है। प्रति कुंतल 70 रुपए अलग से लिये जाते है। जो पैसे नहीं देता है। उसकी तौल नहीं होती है। अगर किसान ज्यादा मिन्नतें करें तो उन्हें तारीख दे दी जाती है। जब इसकी शिकायत पीड़ित ने वहां के अधिकारी से करनी चाही तो वो स्वयं कहने लगी कि जैसा आपको बड़े बाबू बता रहे हैं उतना ही करिए। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार लाखों किसानों के लिए हित की बात करें। फिलहाल समिति सचिव की मनमानी व कर्मचारियों के कमीशन को लेकर किसान ने जिलाधिकारी से मामले की शिकायत करने की बात कही है।