ऊंचाहार (रायबरेली)। काफी दिनों से हो रहा है मजदूरों की ज़िंदगी से खेल फर्क नहीं पड़ता यहां ठेकेदारों को , गरीब मजदूर जहां रोजी रोटी के लिए दैनिक मजदूरी करता है वहीं ठेकेदार भी उसका भरपूर फायदा उठाता है । यह खेल दरअसल ऊंचाहार में रेलवे क्रासिंग पर बन रहे ओवरब्रिज पर चल रहा है । जहां हर रोज मजदूर अपनी ज़िंदगी और मौत से लड़ता है तब जाकर उसे दो वक़्त की रोटी नसीब होती है । जी हां ओवरब्रिज निर्माण कार्य में मजदूरी करने वाले मजदूर ऊंचाई पर चढ़ कर कार्य तो करते हैं परन्तु बिना किसी सेफ्टी बेल्ट या बिना कमर में रस्सी बांधे ही काम को अंजाम दे रहे हैं बता दें कि इनके पास सुरक्षा सम्बंधी ऐसी कोई व्यवस्था नहीं जो इनके काम से इनकी सुरक्षा कर सके । अभी बीते 14 जनवरी 2019 को ऊँचाहार कोतवाली क्षेत्र के चांदन का पुरवा निवासी बृजेश पुत्र औसान 45 को इसी ओवरब्रिज में अपनी जान गवानी पड़ी थी। किन्तु ठेकेदारों की अभी तक आंख नहीं खुली । यदि प्रशसन द्वारा शीघ्र कोई कार्यवाही न कि गई तो आने वाले दिनों में कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है इसको लेकर कई बार ऊँचाहार व्यापार मंडल के सदस्यों ने ओवरब्रिज बनवा रही कंपनी के ठेकेदारों से बातचीत की मगर इसका कोई हल नहीं निकला अब देखने वाली बात यह है कि डीएम साहिबा क्या कार्रवाई करती हैं इस मामले में अगर इसमें शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई तो कई और लोगों की जान जा सकती है।
अनुज मौर्य /मनोज मौर्य रिपोर्ट