रायबरेली। रेलवे मेन्स यूनियन रायबरेली के कार्यालय में टे्रड यूनियन महासंघों की संयुक्त बैठक वरिष्ठ टे्रड यूनियन नेता डीएस मिश्रा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में 8-9 जनवरी को प्रस्तावित राष्ट्रीय हड़ताल को सफल बनाने की रणनीति तय की गई।
बैठक में अपने विचार रखते हुए एटक नेता डीपी पाल ने कह कि बीएमएस जैसे संगठन सरकार की भाषा बोल रहे हैं। मजदूर हितों को नुकसान पहुंचा रहे है और सरकार इसी तरह के संगठनों की आड में अपना चेहरा छुपा रही है। का. विजय विद्रोही ने कहा कि यह मजूदर वर्ग के लिए सबसे बेकार समय है उसके टे्रड यूनियन अधिकारों में कटौती के साथ-साथ श्रम कानूनों को नष्ट नाबूत करके यह राष्ट्रीय हड़ताल शासन सत्ता की इन्ही काली नीतियों के खिलाफ न्यूनतम मजदूरी सुरक्षा की गारंटी के लिए है। अरविन्द्र सिंह राठौर ने इसे सफल करने के लिए एकजुट प्रयास के लिए सभी संघों से आवाहन किया। अध्यक्षता करते हुए डीएस मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय व स्थानीय सवाला पर 8-9 जनवरी की हड़ताल के लिए संघन प्रचार करके मजदूरों कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया। बौक, बीमा, रोडवेज सहित औधोगिक क्षेत्र में अभियान चलाया जायेगा। 9 जनवरी को 10 बजे रेलवे स्टेशन पर एकत्र होकर कलेक्ट्रेट में विशाल प्रदर्शन किया जायेगा। खुदीराम चौधरी ने कहा कि असंगठित क्षेत्र में श्रमिकों को चलायी जा रही योजनाओं का लाभ एक विभाग द्वारा 6-6 माह से नहीं दिया जा रहा है। नौकरशाही राजसत्ता के इशारे पर लूटपाट कर रही है। बैठक में सीटू, एटक, ऐक्टू, इन्टक, सहित टेक्सी टैम्पो यूनियन, बिजली मजदूर यूनियन असंगठित मजदूर यूनियन, संविदा मजदूर संगठन ने हिस्सा लिया प्रमुख रूप से श्रीराम, नरेन्द्र शर्मा, एसपी सिंह, संतोष डे, ओम प्रकाश दीक्षित, टीपू सुल्तान आदि ने अपने विचार रखे। जावेद मसूद (शाखा मंत्री रेलवे) ने यूनियन की बैठक का संचालन किया।