डलमऊ (रायबरेली)। प्रयागराज में लगने वाले कुंभ मेला का प्रथम शाही स्नान मकर संक्रांति को है। जिसको लेकर रूट डायवर्जन कर दिया गया है। इसकी वजह से डलमऊ में करीब सात घंटे तक भीषण जाम लगा रहा। इस दौरान राहगीरों को भीषण जाम में फंसकर भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा इतना ही नहीं भारी जाम में मरीजों को चिकित्सालय तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस को भी घंटो खड़े होना पड़ा। कुंभ मेला के प्रथम शाही स्नान को लेकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए फतेहपुर से प्रयागराज जाने वाली भारी वाहनों का रूट डायवर्जन कर दिया गया। उन्हें फतेहपुर से सीधा प्रयागराज ना भेजकर प्रशासन द्वारा डलमऊ से प्रयागराज की तरफ मोड़ दिया गया। ऐसी स्थिति में करीब हजारों की संख्या में भारी वाहन डलमऊ से कोकर प्रयागराज जाने लगे। देखते ही देखते डलमऊ गंगा पुल से मुराई बाग कस्बे में भारी जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। अचानक हजारों की संख्या में भारी वाहनों की लंबी कतारों को देखकर प्रशासन के भी हाथ पैर फूलने लगे उन्हें यह समझ नहीं आ रहा था अचानक इतनी संख्या में भारी वाहन डलमऊ कैसे पहुंचे? कानपुर से लालगंज डलमऊ होकर प्रयागराज जा रहे वाहनों को ऊंचाहार से ही पुन: वापस कर दिया गया। इस वजह से दोनों तरफ भारी वाहनों की लंबी कतारें लगने लगी। रविवार को सुबह करीब पांच बजे से जाम लगने लगा मुराई बाग चौराहे के रायबरेली रोड, लालगंज, ऊंचाहार, एवं फतेहपुर मार्ग पर करीब आठ किलोमीटर तक भारी जाम लगा रहा जिससे राहगीरों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। जाम में फंसकर शव यात्री भी काफी परेशान हुए। कुंभ मेला के शाही स्नान के चलते फतेहपुर से प्रयागराज जा रहे हैं। भारी वाहनों का रूट डायवर्जन होने की वजह से रविवार को शव यात्रियों को जाम में फंसकर कई घंटों तक परेशान होना पड़ा। रविवार को रायबरेली, ठोकरी रायबरेली, सताँव, कंधरपुर, राधा बालमपुर, मलिकमऊ चौबारा, भीरा गोविंदपुर, रामपुर ऐहार, सहित अन्य क्षेत्रों से शवों का दाह संस्कार करने के लिए यात्री डलमऊ गंगा घाट पर आ रहे थे लेकिन उन्हें मुराई बाग चौराहे से लगभग चार किलोमीटर दूर है भारी जाम मिल गया। सडक़ के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारों से उन्हें निकलना मुश्किल था जिसकी वजह से वह कई घंटों तक जाम में फंसे रहे। कस्बे के श्मशान घाट पर देर रात तक शवों का दाह संस्कार किया गया।
अनुज मौर्य की रिपोर्ट