लखनऊ में बनेगी हाई एक्सीलेंस शूटिंग एकेडमी, मिलेंगी अत्याधुनिक सुविधाएं

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उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि लखनऊ में हाई एक्सीलेंस शूटिंग एकेडमी बन जाने से निशानेबाजों को और अच्छी तरह से सीखने का मौका मिलेगा. ट्रेनिंग के लिए उन्हें दूसरे शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा. हम सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षकों का इंतजाम करेंगे.

लखनऊ: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निशानेबाजों के लगातार अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए सरकार ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त अंतरराष्ट्रीय शूटिंग एकेडमी का निर्माण करने का फैसला किया गया है जिसकी लिये प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.

उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री चेतन चौहान ने बताया कि राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के ठीक सामने स्थित नगर निगम के शूटिंग रेंज को ‘हाई एक्सीलेंस शूटिंग एकेडमी’ में तब्दील किया जाएगा. राज्य में अपनी तरह की यह पहली अकादमी प्रदेश के निशानेबाजों के लिये बहुत मददगार साबित होगी.

उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने हाल में एशियाई खेलों और राष्ट्रमण्डल खेलों की निशानेबाजी स्पर्धाओं कुल पांच पदक जीते हैं. हम चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश से अंतरराष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज निकलकर पूरी दुनिया में धाक जमाएं.’’

चौहान ने कहा कि नगर निगम ने हवाई अड्डे के ठीक सामने एक शूटिंग रेंज बनाया है. हालांकि यह वर्ष 2008 से बेकार पड़ा हुआ है. सरकार उसका अधिग्रहण करना चाहती है. इसके लिये प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और पत्रावली शासन के सामने है. उन्होंने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी इस बारे में बात की है.

उन्होंने कहा ‘‘हम यहां पर एक हाई एक्सीलेंस शूटिंग एकेडमी बनाएंगे. हम यहां हॉस्टल बनाएंगे. प्रदेश के निशानेबाज अभ्यास के लिये मजबूरन दिल्ली जाते हैं. मेरठ के रहने वाले निशानेबाजों को रोजाना दिल्ली आना-जाना पड़ता है. लखनऊ में हाई एक्सीलेंस शूटिंग एकेडमी बन जाने से राज्य के निशानेबाजों को अपने यहीं अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी. हम सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षकों का इंतजाम करेंगे. जरूरत पड़ी तो अंतरराष्ट्रीय कोच भी बुलाये जाएंगे.’’

चौहान ने कहा कि इस निशानेबाजी अकादमी में इस खेल की हर विधा की तैयारी के लिये अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी.लगभग 50 एकड़ में बनने वाली इस अकादमी में 10 मीटर, रायफल शूटिंग और ट्रैप आदि के लिये रेंज उपलब्ध होंगे.

प्रदेश खेल मंत्री ने कहा, ‘‘ हमारी कोशिश है कि इस अकादमी की स्थापना जल्द से जल्द हो. निशानेबाजी एक महंगा खेल है, इसलिये निशानेबाजों को अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में पदक हासिल करने लायक बनाने के लिये उन्हें उसी स्तर की सुविधाएं देना जरूरी है.’’

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