महराजगंज (रायबरेली)। बीते मंगलवार को हुई अधिवक्ता और लेखपाल के बीच मारपीट के बाद तहसील में चल रहे गतिरोध पर मंगलवार को विधायक सहित सभी अधिकारियों की वार्ता के बाद सुलझ सकी। मामले में दोेनो पक्षों ने अपना अपना मुकद्मा हटाने पर विचार करने की बात कही वहीं उपजिलाधिकारी ने लेखपाल को कार्यालय सम्बद्ध करते हुए जांच कमेटी से जांच करा अग्रिम कार्यवाही करने की बात कही। विधायक ने दोनो ही पक्षांे से शान्तिपूर्वक कार्य करने की अपील करते हुए आज अधिवक्ताओं के हड़ताल को समाप्त कराया।
बताते चलें कि बीते मंगलवार को अधिवक्ता राधेश्याम व लेखपाल इन्द्रेेश मौर्य के बीच वादकारी के कार्य को लेकर बहस व मारपीट हो गयी। जिसमें अधिवक्ता ने लेखपाल पर हरिजन एक्ट के तहत कार्यवाही करवायी तो वहीं लामबन्द लेखपालों ने तीन अधिवक्ताओं पर सरकारी काम में बाधा, दस्तावेज फाड़ने आदि का मामला दर्ज कराया इतना ही लेखपालों ने एकराय होकर अधिवक्ताओं पर महिला लेखपाल के साथ छेड़खानी का मामला दर्ज कराये जाने का भी प्रयास किया जा रहा था। अधिवक्ताओं को जब इसकी जानकारी मिली तो उनका गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया और क्षेत्राधिकारी मुर्दाबाद के नारों के साथ अधिवक्ताओं ने पूरे परिसर को गुंजायमान कर दिया। आखिर में बछरावां विधायक रामनरेश रावत के अनुरोध पर अधिवक्ता वार्ता के लिए तैयार हुए और उपजिलाधिकारी , तहसीलदार व अधिवक्ताओं के बीच हुई काफी देर वार्ता के बाद हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की गयी। बार एशोसिएसन के अध्यक्ष शिवसागर अवस्थी व भानु किशोर त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की है।
लेखपाल व अधिवक्ताओं के बीच में चल रही तनातनी में क्षेत्राधिकारी विनीत सिंह द्वारा वार्ता के दौरान महिला लेखपाल के साथ अभद्रता का मामला दर्ज करने की बात करते ही अधिवक्ताओं का पारा सातवे आसमान पर चढ़ गया। और अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारों से पूरा परिसर गुंजायमान कर दिया। जिसके बाद विधायक रामनरेश रावत के आग्रह पर अधिवक्ता शान्त हुए और क्षेत्राधिकारी को हटा कर एसडीएम व तहसीलदार से वार्ता के लिए तैयार हुए।
विधायक ने अधिवक्ता होने का भी निभाया फर्ज
लेखपाल व वकीलों के बीच चल रहा विवाद मंगलवार को बछरावां विधायक रामनरेश रावत की मध्यस्थता के चलते ही समाप्त हो सका। तहसील पहुंचे विधायक ने सबसे पहले उपजिलाधिकारी विनय सिंह, तहसीलदार विनोद सिंह व क्षेत्राधिकारी विनीत सिंह से वार्ता की इस दौरान क्षेत्राधिकारी की बात पर अधिवक्ताओं में आक्रोश भर गया जिसके बाद श्री रावत ने अधिवक्ताओं से एक बार फिर वार्ता की और अधिकारियों के साथ फिर से वार्ता करायी। जिसके बाद मामले में अधिवक्ताओं ने हड़ताल समाप्त करने व प्रशासन का सहयोग करने की बात कही। शिवसागर अवस्थी, विद्यासागर अवस्थी, भानु किशोर त्रिपाठी, ज्योति प्रकाश अवस्थी, प्रदीप श्रीवास्तव, सुरेन्द्र श्रीवास्तव , सरोज गौतम , नागेन्द्र सिंह, राघेश्याम, अतुल पाण्डेय सहित सभी अधिवक्ताओं ने विधायक की मध्यस्तता की सराहना की और धन्यवाद ज्ञापित किया।
अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट